अमेरिका: mRNA तकनीक के जरिये विकसित हो रही HIV वैक्सीन का ट्रायल शुरू
क्या है खबर?
इंसानों में HIV (ह्यूमन इम्युनोडेफिशिएंसी वायरस) की रोकथाम के लिए mRNA तकनीक से तैयार होने वाली वैक्सीन का ट्रायल शुरू हो गया है।
अमेरिकी कंपनी मॉडर्ना और इंटरनेशनल AIDS वैक्सीन इनीशिएटिव (IAVI) ने यह जानकारी दी है।
अमेरिका में चल रहे ट्रायल के पहले चरण में 56 स्वस्थ व्यस्कों को शामिल किया गया है।
गौरतलब है कि चार दशक की मेहनत के बाद भी आज तक लाखों लोगों की जान लेने वाले HIV के लिए वैक्सीन तैयार नहीं हुई है।
जानकारी
क्या होती है mRNA वैक्सीन?
मैसेंजर RNA या mRNA वैक्सीनों में वायरस के जेनेटिक कोड (RNA) के एक छोटे हिस्से का इस्तेमाल किया जाता है और इसमें असली वायरस नहीं होता।
इंसानी शरीर में जाकर यह वैक्सीन इम्युन सिस्टम को कोरोना वायरस जैसे प्रोटीन बनाने का संदेश देती है, जिसे देखकर शरीर एंटीबॉडी बनाने लगता है।
फाइजर और मॉडर्ना ने इस तकनीक के सहारे कोरोना वैक्सीन तैयार की हैं। भारत में जेनोवा बायोफार्मास्यूटिकल लिमिटेड इस तकनीक से वैक्सीन तैयार कर रही है।
जानकारी
mRNA तकनीक ने दिखाई नई उम्मीद
mRNA तकनीक के सहारे रिकॉर्ड समय में कोरोना वैक्सीनें तैयार हुई हैं। इससे शोधकर्ताओं को नई उम्मीद मिली है। इस ट्रायल का उद्देश्य 'ब्रॉडली न्यूट्रलाइजिंग एंटीबॉडीज' या bnABs नामक एंटीबॉडीज पैदा करना है, जो HIV के कई वेरिएंट्स के खिलाफ कारगर साबित हो सकती हैं।
ट्रायल
क्या है ट्रायल का उद्देश्य?
मॉडर्ना और IAVI ने बयान में कहा है कि ट्रायल के दौरान यह वैक्सीन इम्युन सिस्टम के बी लिम्फोसाइट्स नामक हिस्से को ये एंटीबॉडी पैदा करना सिखाएगी। ट्रायल में शामिल हो रहे लोगों को पहले इम्युनोजेन और फिर इसका बूस्टर शॉट दिया जाएगा। यह तत्व इम्युन रिस्पॉन्स पैदा कर सकता है।
बयान के अनुसार, शरीर में bnAbs पैदा करना HIV वैक्सीनेशन का उद्देश्य रहा है और यह इस दिशा में पहला कदम है।
ट्रायल
पिछले साल शुरू हुआ था इम्युनोजेन का पहला ट्रायल
ट्रायल में शामिल इम्युनोजेन को IAVI और स्क्रिप्स रिसर्च इंस्टीट्यूट ने बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन, अमेरिका के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एलर्जी एंड इंफेक्शियस डिसीज और मॉडर्ना की मदद से तैयार किया है।
इम्युनोजेन का पहला ट्रायल पिछले साल शुरू हुआ था, लेकिन इसमें mRNA तकनीक का इस्तेमाल नहीं हुआ था। ट्रायल के दौरान प्रतिभागियों में इच्छित नतीजे देखने को मिले थे।
अब मॉडर्ना और उसकी mRNA तकनीक को इसमें शामिल किया गया है।
जानकारी
क्या होता है HIV/AIDS?
HIV/AIDS एक प्रकार के जानलेवा इंफेक्शन से होने वाली गंभीर बीमारी है।
यह बीमारी व्यक्ति के शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्युन सिस्टम) पर हमला करती है, जिसकी वजह से शरीर सामान्य बीमारियों से लड़ने में सक्षम नहीं हो पाता।
बता दें कि आमतौर पर यह बीमारी HIV/AIDS से संक्रमित व्यक्ति के साथ असुरक्षित यौन संबंध बनाने या फिर संक्रमित रेजर ब्लेड, चाकू जैसी चीजों के संपर्क में आने के कारण फैल सकती है।
बचाव के उपाय
न्यूजबाइट्स प्लस (जानकारी)
HIV/AIDS का अब तक कोई सटीक इलाज नहीं है, लेकिन कुछ सुरक्षात्मक उपायों को अपनाकर इस बीमारी से खुद को बचाकर रखा जा सकता है।
उदाहरण के लिए इस बीमारी से ग्रस्त व्यक्ति द्वारा इस्तेमाल रेजर ब्लेड, इंजेक्शन सुई और इसी तरह की चीजों का इस्तेमाल करने से बचें।
यौन संबंध बनाते समय कंडोम का इस्तेमाल करें या संक्रमित व्यक्ति के साथ यौन संबंध बनाने से बचें।