लाहौर हाई कोर्ट: हाफिज की आतंकी मुकदमे रद्द करने की मांग, कहा- लश्कर-ए-तैयबा से संबंध नहीं
जमात-उद-दावा (JuD) के सरगना हाफिज सईद ने लाहौर हाई कोर्ट में आतंकी फंडिंग के लिए उसके खिलाफ दर्ज हुए सारे मुकदमों को रद्द करने की याचिका दायर की है। इसमें कहा गया है कि सईद का प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (LeT) से कोई संबंध नहीं है। बता दें कि हाल ही में पाकिस्तान की पंजाब पुलिस ने हाफिज और उसके 12 करीबी सहयोगियों के खिलाफ आतंकी फंडिंग के लिए 23 FIR दर्ज की थीं।
हाफिज ने कहा, किसी आतंकी संगठन से कोई संबंध नहीं
हाफिज सईद ने शुक्रवार को इन मामलों को लाहौर हाई कोर्ट में चुनौती दी। याचिका में कहा गया है कि हाफिज का लश्कर, अलकायदा या ऐसे किसी अन्य संगठन से कोई संबंध नहीं है। आतंकी सरगना की इस याचिका में लिखा गया है, "हाफिज किसी भी सरकार विरोधी गतिविधि में शामिल नहीं है। उसको मुंबई आतंकी हमलों का मास्टरमाइंड बताने का भारतीय लॉबी का आरोप सच्चाई पर आधारित नहीं है।"
इन आरोपियों ने भी की FIR रद्द करने की मांग
हाफिज के साथ आमिर हमजा, अब्दुर रहमान मक्की, एम याहया अजीज और 4 अन्य आरोपियों ने भी हाई कोर्ट में FIR रद्द करने की याचिका दायर की है। पाकिस्तान की केंद्र सरकार, पंजाब सरकार और आंतक निरोधक विभाग (CTD) को इस पर जवाब देना है।
3 जुलाई को आतंकी फंडिंग के लिए हुईं थीं 23 FIR
बता दें कि 3 जुलाई को पाकिस्तान की पंजाब पुलिस के आंतक निरोधक विभाग (CTD) ने लश्कर-ए-तैयबा, जमात-उद-दावा, फलाह-ए-इंसानियत के नेतृत्व पर लाहौर, गुजरांवाला और मुल्तान में 23 FIR दर्ज की थीं। इनमें हाफिज सईद और उसके 12 करीबी सहयोगियों को आरोपी बनाया गया था। इन पर ट्रस्टों और दूसरे संगठनों के जरिए आतंक के लिए धन जुटाने का आरोप है। प्रधानमंत्री इमरान खान की अध्यक्षता वाली राष्ट्रीय सुरक्षा समिति के निर्देशों के बाद यह कार्रवाई की गई है।
पाकिस्तान ने कही हाफिज की जल्द गिरफ्तारी की बात, भारत ने बताया ढोंग
एक दिन बाद 4 जुलाई को पंजाब पुलिस ने हाफिज सईद की जल्द गिरफ्तारी का बात भी कही थी। पुलिस प्रवक्ता ने कहा था, "पहले आरोपी के खिलाफ FIR दर्ज की जाती है, फिर उसे गिरफ्तार किया जाता है। हाफिज सईद और उसके सहयोगियों को भी जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा।" भारत ने पाकिस्तान की इस कार्रवाई को लेकर ज्यादा उत्साह नहीं दिखाया था और इसे अंतरराष्ट्रीय समुदाय को गुमराह करने का प्रयास बताया था।
FATF के डर से कार्रवाई कर रहा पाकिस्तान
विशेषज्ञों के अनुसार, पाकिस्तान सरकार की तरफ से ये कार्रवाई फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) की कार्रवाई से बचने के लिए की जा रही है। FATF की पिछली बैठक में पाकिस्तान को आतंकियों को फंडिंग करने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने को कहा गया था। पाकिस्तान FATF की ग्रे लिस्ट में शामिल है। अगर पाकिस्तान कार्रवाई नहीं करेगा तो उसे ब्लैकलिस्ट किया जा सकता है। ब्लैकलिस्ट होने का यही डर उसे कार्रवाई के लिए मजबूर कर रहा है।
ऐसे चलता है हाफिज का आतंकी धंधा
हाफिज जमात-उद-दावा जैसे संगठनों की आड़ में आतंक को अपना धंधा चलाता है। 26 नवंबर, 2008 को मुंबई पर आतंकी हमला हाफिज के लश्कर-ए-तैयबा ने ही किया था, जिसमें 166 लोग मारे गए थे। लश्कर को आतंकी संगठन घोषित किए जाने के बाद आतंकी फंडिंग और अन्य राजनीतिक कार्यों के लिए हाफिज को किसी मुखौटे की जरूरत थी और जमात-उद-दावा उसी मुखौटे का काम करता है। खुद हाफिज को भी UNSC ने वैश्विक आतंकवादी घोषित किया हुआ है।