भारत की बड़ी सफलता, मेहुल चोकसी की नागरिकता छीन भारत के हवाले करेगी एंटीगुआ सरकार

भारत में घोटाला करके भागे मेहुल चोकसी के भारत प्रत्यर्पण के मामले में सरकार को बड़ी सफलता हासिल हुई है। एंटीगुआ के प्रधानमंत्री गैस्टन ब्राउन ने खुद ऐलान किया है कि चोकसी की नागरिकता को छीनते हुए उसे भारत के हवाले कर दिया जाएगा। इससे पहले एंटीगुआ सरकार ने चोकसी की नागरिक छीनने से इनकार कर दिया था। इसके बाद भारत ने उस पर कूटनीतिक दवाब बढ़ा दिया था, जिसका असर अब देखने को मिला है।
एंटीगुआ के प्रधानमंत्री गैस्टन ब्राउन ने कहा कि उनका देश किसी अपराधी और आर्थिक अपराधों में शामिल आरोपी को सुरक्षित पनाह देने की कोशिश नहीं कर रहा है। उन्होंने कहा कि चोकसी ने नागरिकता के लिए आवेदन किया था और नियमों के हिसाब से उसे नागरिकता मिल गई। ब्राउन ने आगे कहा कि सच्चाई ये है कि उसकी नागरिकता छीनी जाएगी और उसका भारत प्रत्यर्पण किया जाएगा, जहां उसे कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।
प्रधानमंत्री ब्राउन ने भारत सरकार के साथ बातचीत पर कहा, "अभी मामला अदालत के सामने हैं, इसलिए हमें बाकी प्रक्रिया के लिए समय देना होगा। हमने भारत सरकार को अवगत करा दिया है कि अपराधियों के भी मौलिक अधिकार होते हैं और चोकसी के पास अपने बचाव के लिए कोर्ट जाने का अधिकार है।" उन्होंने आगे कहा, "मैं आपको भरोसा दिला सकता हूं कि जब वह सारे कानूनी विकल्पों को प्रयोग कर लेगा, उसका प्रत्यर्पण कर दिया जाएगा।"
इससे पहले एंटीगुआ सरकार ने मेहुल चोकसी की नागरिकता छीनने से इनकार करते हुए उसे भारत भेजने ने इनकार किया था। एंटीगुआ प्रधानमंत्री कार्यालय के चीफ ऑफ स्टाफ लियोनेस हर्स्ट ने कहा था कि चोकसी अब वहां का नागरिक है और सरकार उसकी नागरिकता नहीं छीन सकती। उन्होंने कहा था, "चोकसी ने भारतीय नागरिकता त्याग दी है। अगर हम उसकी नागरिकता छीनते हैं तो वह स्टेटलेस पर्सन बन जाएंगे। इसलिए हम उनकी नागरिकता नहीं छीन सकते।"
गीतांजलि ग्रुप का चेयरमैन मेहुल चोकसी लगभग 13,500 करोड़ के पंजाब नेशनल बैंक घोटाले (PNB) के मुख्य आरोपियों में से एक है। PNB घोटाला सामने आने के बाद चोकसी भारत छोड़कर भाग गया था। चोकसी और उसके भतीजे नीरव मोदी, दोनों ने फर्जी कागजों के सहारे भारतीय बैंकों से कर्ज लिया था। भारत से फरार होने के बाद चोकसी एंटीगा में रह रहा है और गिरफ्तार नीरव मोदी लंदन की जेल में बंद है।
चोकसी भारत वापसी से बचने के लिए अपनी खराब सेहत का हवाला देता रहता है। भारतीय कोर्ट में हलफनामा दाखिल कर उसने कहा था कि विदेशों में मेडिकल जांच और उपचार के लिए जनवरी 2018 में देश छोड़ा था और कार्रवाई में पेश नहीं हो सकता। उसके दावों को गुमराह करने वाला बताते हुए प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कहा था कि वह चोकसी को भारत लाने के लिए चिकित्सकीय विशेषज्ञों के साथ एक एयर एंबुलेंस भेजने के लिए तैयार है।