जम्मू: बीती रात तीन जगहों पर नजर आए ड्रोन, सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर
क्या है खबर?
बीती रात जम्मू शहर के बाहरी इलाकों में तीन जगह ड्रोन देखे गए। इसके बाद पुलिस और दूसरी सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट हो गई हैं।
सूत्रों ने बताया कि सबसे पहले मंगलवार रात को 9:23 बजे पर मीरान साहिब, फिर सुबह 4:40 मिनट पर कालूचक और बाद में 4:52 बजे कुंजवानी इलाके में ड्रोन देखे गए।
बता दें कि रविवार को जम्मू हवाई अड्डे पर ड्रोन से हमला किया गया था। उसके बाद से शहर में अलर्ट जारी है।
जानकारी
रविवार के बाद से रोजाना देखे जा रहे ड्रोन
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, रविवार को हुए हमले के बाद से रोजाना जम्मू के किसी न किसी इलाके में ड्रोन देखे जा रहे हैं। मंगलवार सुबह भी रत्नुचक, कालूचक और कुंजवानी इलाके में ड्रोन नजर आए थे।
उससे पहले सोमवार को सेना ने कालूचक और रत्नुचक में ड्रोन देखने का दावा करते हुए कहा था कि सैनिकों की तरफ से की गई फायरिंग के बाद ड्रोन उड़कर दूर जाने में कामयाब रहे थे।
तलाशी अभियान
अभी तक एक भी ड्रोन बरामद नहीं कर सकी हैं सुरक्षा एजेंसियां
सेना के जनसंपर्क अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल देवेंद्र आनंद ने सोमवार को कहा था कि सैनिकों के अलर्ट रहने के कारण एक बड़ा खतरा टल गया है।
बता दें कि हवाई अड्डे पर हुए हमले के बाद से पुलिस और दूसरी सुरक्षा एजेंसियां कई इलाकों में तलाशी अभियान चला रही है, लेकिन अभी तक एक भी ड्रोन बरामद नहीं कर सकी हैं।
कालूचक, रत्नुचक और कुंजावानी इलाके में तो एक से अधिक बार ड्रोन नजर आ चुके हैं।
हवाई अड्डे पर हमला
शनिवार-रविवार रात को हुआ था हमला
शनिवार-रविवार रात को पांच मिनट के भीतर वायुसेना स्टेशन में मौजूद जम्मू हवाई अड्डे में दो धमाके हुए थे। हमले में दो अलग-अलग ड्रोन्स के जरिए 50 यार्ड की दूरी पर 5-6 किलोग्राम RDX डाला गया था।
इस हमले में दो वायुसैनिकों को मामूली चोटें आई थीं। वायुसेना की तरफ से बताया गया कि एक धमाके से एक इमारत की छत को नुकसान पहुंचा था और दूसरा धमाका खाली जगह पर हुआ था।
ड्रोन हमला
हमले के पीछे लश्कर का हाथ- रिपोर्ट
जम्मू में वायु सेना के हवाई अड्डे पर ड्रोन हमले के मामले में पाकिस्तान के आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का हाथ सामने आया है।
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, शुरूआती जांच में 6 किलोग्राम IED के साथ गिरफ्तार किए गए लश्कर के आतंकी का संबंध इस ड्रोन हमले से पाया गया है।
लश्कर ने इस हमले के जरिए वायुसेना के एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) और हेलीकॉप्टर्स को निशाना बनाने की कोशिश की थी।
एक्शन
कड़े होंगे ड्रोन उड़ाने के नियम
ड्रोन से हमले के बाद केंद्र सरकार मानवरहित एयरक्राफ्ट सिस्टम (ड्रोन) संबंधी नियमों को कड़ा करने पर विचार कर रही है।
एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा कि ऐसे हमलों से बचाव के लिए मौजूदा नियमों का कड़ा करने की जरूरत है।
बता दें कि 2019 में सऊदी अरब की दो बड़ी तेल फैक्ट्रियों पर ड्रोन हमले के बाद ही भारत सरकार ने दुश्मन ड्रोन से निपटने के लिए गाइडलाइंस पर काम करना शुरू कर दिया था।