ऐसा क्या हुआ था जिससे घंटों तक एयर इंडिया की सेवाएं बाधित रहीं?
शनिवार सुबह आई तकनीकी खामी के चलते एयर इंडिया की लगभग 30-35 फ्लाइट्स और हजारों यात्री हवाई अड्डों पर फंसे रहे। दरअसल, एयर इंडिया का सर्वर डाउन होने की वजह से यात्रियों के बोर्डिंग पास नहीं निकल रहे थे। इस वजह से एयर इंडिया से सफर करने वाले हजारों यात्री दुनियाभर के अलग-अलग हवाई अड्डों पर फंसे रहे। सुबह 9 बजे लगभग सर्वर में आई खामी को दूर कर लिया गया और यात्रियों का चेक इन शुरू हुआ।
एयर इंडिया ने बताई यह वजह
एयर इंडिया के CMD अश्विनी लोहानी ने कहा कि एयर इंडिया द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले SITA सर्वर को मरम्मत के लिए शनिवार सुबह बंद किया गया था। इसकी मरम्मत सुबह 3:30 बजे से लेकर 4:30 बजे तक होनी थी, लेकिन यह सुबह 8:45 बजे तक बंद रहा। एयर इंडिया ने यात्रियों को हुई इस असुविधा के लिए माफी मांगी थी। सर्वर में खामी आने से हजारों यात्रियों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ा था।
एयर इंडिया के CMD ने कही यह बात
एयरलाइन्स को सर्विस देती है SITA
SITA इंफोर्मेशन टेक्नोलॉजी के क्षेत्र की एक बड़ी कंपनी है। यह एयर ट्रांसपोर्ट इंडस्ट्री को आईटी और टेलिकम्यूनिकेशन सर्विज, बोर्डिंग और कार्गो को ट्रैक करने की सर्विस देती है। अधिकतर पैसेंजर एयरलाइन SITA की सर्विस लेती हैं।
पहले भी आ चुकी है ऐसी खामी
एयर इंडिया के प्रवक्ता ने बताया कि पूर्व निर्धारित मरम्मत के लिए शनिवार को सर्वर डाउन था। इस दौरान ऐसी खामी आई, जिससे एयर इंडिया के सिस्टम प्रभावित हो गए। पिछले साल जून में भी SITA एटलांटा डाटा सेंटर में आए नेटवर्क कनेक्टिविटी इश्यू की वजह से एयर इंडिया का सिस्टम प्रभावित हुआ था। हालांकि, तब एयर इंडिया के अलावा कंपनी की सर्विस लेने वाले दूसरी कंपनियों के सिस्टम पर भी असर पड़ा था।
SITA ने कही यह बात
SITA ने अपने बयान में कहा कि मरम्मत के कारण सर्वर में एक जटिल खामी आ गई, जिससे केवल एयर इंडिया के सिस्टम पर असर पड़ा था। अब इस खामी को दूर कर लिया गया है और सेवाएं पहले की तरह जारी हैं।
इन एयरलाइन पर भी पड़ा असर
गौरतलब है कि एयर इंडिया स्टार एलायंस का हिस्सा है और इसका दूसरी कई एयरलाइन के साथ समझौता है। इसलिए जिन यात्रियों ने लुफ्थांसा, सिंगापुर एयरलाइन, एयर कनाडा, थाई, यूनाइटेड एयरलाइन, टर्किश एयरलाइन आदि के माध्यम से एयर इंडिया की फ्लाइट बुक की थी, उन पर भी इस तकनीकी खामी का असर पड़ा था।