चीनी अधिकारी ने कहा- हो सकता है अमेरिकी सेना वुहान में कोरोना वायरस लाई हो
दुनियाभर में तबाही मचा रहे कोरोना वायरस को लेकर चीन और अमेरिका में आरोप-प्रत्यारोप का खेल शुरू हो गया है। अमेरिका ने चीन पर सवाल खड़े करते हुए कहा है कि वायरस के खिलाफ उसकी प्रतिक्रिया बेहद धीमी रही और अगर उसने अधिक पारदर्शिता से काम किया होता तो इसे रोका जा सकता था। वहीं इसके जबाव में चीन ने अमेरिकी सेना के वायरस को वुहान शहर में फैलाने की आशंका जताई है।
चीन पर लगते रहे हैं देर से वायरस की चेतावनी देने के आरोप
चीन के वुहान शहर से फैलना शुरू हुआ कोरोना वायरस 100 से अधिक देशों में फैल चुका है और लगभग एक लाख 20 हजार लोग इससे संक्रमित पाए जा चुके हैं। वायरस के कारण लगभग 4300 लोगों की मौत हो चुकी है जिनमें से दो-तिहाई चीन से हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, वायरस की पुष्टि सबसे पहले दिसंबर में हुई थी लेकिन जनवरी तक चीन से इससे संबंधित खबरों को दबाने की कोशिश की।
वायरस को लेकर सबसे पहले चेतावनी देने वाले डॉक्टर को चीनी प्रशासन ने धमकाया
यही नहीं चीनी प्रशासन ने दिसंबर में कोरोना वायरस के एक नया वायरस होने की सबसे पहले चेतावनी देने वाले डॉक्टर ली वेनलियांग पर अफवाह फैलाने का आरोप लगाते हुए उन्हें धमकाया था। फरवरी में वेनलियांग की कोरोना वायरस के कारण ही मौत हो गई।
अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने उठाए चीन पर सवाल
वायरस के प्रकोप को छिपाने और पारदर्शिता से काम नहीं करने को लेकर अमेरिका चीन पर सबसे ज्यादा हमलावर रहा है। बुधवार को अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) रॉबर्ट ओ ब्रायन ने कहा कि कोरोना वायरस के खिलाफ चीन की धीमी प्रतिक्रिया के कारण दुनिया को इसके खिलाफ लड़ाई की तैयारी करने में दो महीने की देरी हुई है। उन्होंने कहा, "दुर्भाग्य से सबसे बेहतर प्रक्रियाओं का पालन करने की बजाय वुहान में वायरस के प्रकोप को छिपाया गया।"
"वायरस के खिलाफ अमेरिका ने किया अच्छा कार्य"
ओ ब्रायन ने कहा, "हमने (अमेरिका) ने वायरस के खिलाफ अच्छा कार्य किया है। लेकिन जिस तरीके से ये चीन में शुरू हुआ और जिस तरीके से इसे संभाला गया, वो गलत था।"
चीन बोला- हो सकता है अमेरिकी सेना महामारी को वुहान लाई हो
ओ ब्रायन के इन आरोपों को जबाव देते हुए चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने कहा कि पारदर्शिता की कमी चीन नहीं बल्कि अमेरिका में है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, "अमेरिका में मरीजों की पहचान करना कब शुरू हुआ? कितने लोग संक्रमित हैं? अस्पतालों के नाम क्या हैं? हो सकता है अमेरिकी सेना वुहान में इस महामारी को लाई हो। पारदर्शी बनिए। अपना डाटा सार्वजनिक कीजिए। अमेरिका को स्पष्टीकरण देना चाहिए।"
दूसरे प्रवक्ता बोले- अमेरिका वायरस के खिलाफ लड़ाई पर ऊर्जा केंद्रित करे
हालांकि झाओ ने अमेरिकी सेना पर अपने इस आरोप के समर्थन में कोई सबूत नहीं दिया। इस बीच चीनी विदेश मंत्रालय के एक और प्रवक्ता गेंग शुआंग ने चीन पर अमेरिका के आरोपों को अनैतिक और गैरजिम्मेदाराना बताया। ओ ब्रायन के आरोपों का जबाव देते हुए उन्होंने कहा, "हम आशा करते हैं कि इस समय अमेरिका के कुछ अधिकारी चीन पर दोष मढ़ने की बजाय वायरस के खिलाफ लड़ाई और सहयोग बढ़ाने पर अपनी ऊर्जा केंद्रित करेंगे।"
चीन में लगातार कम हो रहे कोरोना वायरस के नए मामले
शुआंग ने कहा कि वायरस के फैलाव को कम करने के चीन के प्रयासों ने दुनिया को इस महामारी से लड़ने के लिए अधिक समय दिया है। बता दें कि चीन में पिछले एक हफ्ते से कोरोना वायरस के नए मामलों में लगातार कमी हो रही है। पिछले 24 घंटे में चीन में वायरस के कुल आठ मामले सामने आए हैं। ये पहली बार है जब चीन में एक दिन में 10 से कम मामले सामने आए हैं।