कोरोना वायरस से पहले भारत में दस्तक दे चुके हैं ये खतरनाक वायरस
भारत में दुनियाभर में तबाही मचा रहे कोरोना वायरस से संक्रमण के छह नए मामले सामने आए हैं। जिससे लोगों में चिंता बढ़ रही है। लोगों की बढ़ती चिंता के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर देशवासियों को भरोसा दिलाया है कि उन्हें डरने की कोई जरूरत नहीं है। कोरोना से पहले भी अन्य कई खतरनाक वायरस भारत आ चुके हैं। ये वायरस कौन से थे और इनका क्या असर पड़ा, आइए जानते हैं।
2018 में निपाह वायरस से 17 लोगों की मौत
कोरोना वायरस से पहले जो वायरस भारत में फैला था, वो निपाह वायरस था। केरल में इससे संक्रमण के सामने आए थे और 17 लोगों की इससे मौत हुई थी। ये वायरस चमगादडों के कुतरे हुए फलों से इंसानों में आता है। इसके शुरूआती लक्षणों में तेज सिरदर्द और बुखार शामिल है। अभी तक इस वायरस की वैक्सीन नहीं बनाई जा सकी है। इसने 2019 में केरल में फिर दस्तक दी थी। हालांकि, इस बार किसी की मौत नहीं हुई।
खतरनाक जीका वायरस ने भी दी थी भारत में दस्तक
2018 में भारत में खतरनाक जीका वायरस ने भी दस्तक दी थी। ये वायरस मच्छरों के काटने से फैलता है और इसके आम लक्षण डेंगू बुखार जैसे ही हैं। ये वायरस इतना खतरनाक होता है कि अगर कोई गर्भवती महिला इससे प्रभावित होती है तो उसके गर्भ में मौजूद बच्चे को भी बुखार हो सकता है। इसका अलग से कोई इलाज नहीं है। 2018 में भारत में इससे संक्रमण के 100 से अधिक मामले सामने आए थे।
H1N1 वायरस ने मचाई है सबसे ज्यादा तबाही
जिस एक वायरस ने भारत में सबसे अधिक तबाही मचाई है वो H1N1 वायरस है जिसे आमतौर पर स्वाइन फ्लू के नाम से भी जाना जाता है। इसने 2009 में भारत में दस्तक दी थी। 2009 और 2010 में इससे 2,700 से अधिक लोगों की मौत हुई। इसके बाद अगले कुछ सालों में इसके मामलों में कमी आई, लेकिन 2015 में फिर से इसका प्रकोप देखने को मिला। 2015 में H1N1 वायरस से 2,000 से अधिक लोगों की मौत हुई।
2017 और 2019 में भी हजार से ज्यादा लोगों की मौत
H1N1 वायरस से 2016 में स्थिति में थोड़ा सुधार आया, लेकिन 2017 में एक बार फिर H1N1 का प्रकोप देखने को मिला। 2017 में H1N1 से 1,100 से अधिक लोगों की मौत हुई। अगले साल 2018 में स्थिति में थोड़ा सुधार आया, लेकिन 2019 में मौतों की संख्या फिर से हजार पार कर गई। इस साल H1N1 के प्रकोप में आने से 1,218 लोगों की मौत हुई। इस साल भी इस वायरस से 14 लोगों की मौत हो चुकी है।
क्या होता है स्वाइल फ्लू?
स्वाइन फ्लू श्वसन तंत्र से जुड़ी एक बीमारी है जो H1N1 के प्रभाव में आने से आती है। इसी वायरस के एक प्रकार से सुअरों में भी बीमारी फैलती है इसलिए इसे स्वाइन फ्लू के नाम से जाना जाता है। इसके लक्षणों में बुखार, खांसी, गले में खराश, ठंड लगना, कमजोरी और शरीर में दर्द आदि शामिल हैं। इसके 90 प्रतिशत मरीज खुद ठीक हो जाते हैं। इसके अलावा इसकी वैक्सीन भी उपलब्ध हैं।
अब चीन से शुरू हुआ कोरोना वायरस भारत पहुंचा
चीन के वुहान शहर से पिछले साल दिसंबर में शुरू हुआ कोरोना वायरस भारत पहुंच चुका है। भारत में सबसे पहले केरल में इसके तीन मामले सामने आए थे। हालांकि, उन मरीजों की हालत अब ठीक है। अब इसके छह नए केस सामने आए हैं। 60 देशों में फैल चुके इस वायरस से अभी तक 3,000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और लगभग 90,000 लोग इससे पीड़ित हैं। अभी तक इसकी वैक्सीन नहीं बनाई जा सकी है।
कोरोना वायरस के लक्षण और बचाव
कोरोना वायरस के लक्षणों में नाक बहना, खांसी, गले में खराश, सिरदर्द, बुखार, निमोनिया, फेफड़ों में सूजन, छींक आना, अस्थमा का बिगड़ना आदि शामिल हैं। इस वायरस से बचने के लिए जिन्हें सर्दी, खांसी या जुकाम है, उनसे दूरी बना लें और खुद खांसते या छींकते समय मुंह पर रुमाल रखें। खांसी या बुखार के वक्त यात्रा करने से परहेज करें। कच्चा या अधपका मांसहारी भोजन न खाएं। खांसी-जुखाम, बुखार और सांस की तकलीफ होते ही डॉक्टर के पास जाएं।