अच्छी बारिश के लिए देश के अलग-अलग कोनों में निभाई जाती हैं ये अजीबोगरीब परंपराएं
भारत में कई तरह की परंपराओं, रीति-रिवाजों और रस्मों का पालन किया जाता है। कुछ रस्में अच्छी बारिश होने के लिए भी निभाई जाती है, जो बेहद अजीबोगरीब होती हैं। इन अनोखी परंपराओं के बारे में जानकर आपको यकीनन हैरानी भी होगी और आप सोचने पर मजबूर भी होंगे कि क्या ऐसे बारिश हो सकती है। चलिए फिर आज बारिश के लिए देश के अलग-अलग हिस्सों में निभाई जाने वाली कुछ अजीबोगरीब परंपराओं के बारे में जानते हैं।
जानवरों की शादी कराने की परंपरा
भारत के कई राज्यों में बारिश के लिए जानवरों की शादी कराने की परंपरा है। लोगों का ऐसा मानना है कि ऐसा करने से बारिश आ जाती है और गर्मी से राहत मिलती है। इतना ही नहीं, अगर जानवरों की शादी से बारिश तेज हो जाती है तो इससे कम या रोकने के लिए जानवरों का तलाक भी करा दिया जाता है। इस परंपरा के लिए मेंढक, गधों और कौवों आदि की आपस में शादी कराई जाती है।
गुड्डे-गुड़िया की शादी
हम सभी लोग बचपन में खेल-खेल में गुड्डे-गुड़ियों की शादी करवाते थे, लेकिन कर्नाटक और कुछ अन्य राज्यों में यह एक परंपरा के रूप में निभाई जाती है। इस अनोखी परंपरा में बड़े ही धूमधाम के साथ गुड्डा और गुड़िया की शादी होती है। इसमें सभी रस्में, नाचना, गाना, मिठाइयां बनवाना आदि शामिल हैं। ऐसा माना जाता है कि इस परंपरा को करने से 1 हफ्ते के अंदर ही बारिश होती है।
जिंदा व्यक्ति की शव यात्रा निकालने की है परंपरा
मध्य प्रदेश के कुछ इलाकों में जिंदा व्यक्ति की शव यात्रा निकालने की भी परंपरा है। स्थानीय लोगों का मानना है कि जब बारिश नहीं होती है तो इसके लिए वह जिंदा व्यक्ति की शव यात्रा निकालते हैं। इससे बारिश अच्छी होती है, जिससे उमस और गर्मी से उन्हें राहत मिलती है। इस परंपरा में इलाके के सभी लोग शामिल होकर शव यात्रा निकालते हैं।
गधे पर निकाली जाती है बारात
मध्य प्रदेश के इंदौर में भी बारिश के लिए एक अनोखी परंपरा निभाई जाती है। इस परंपरा में किसान और व्यापारी मिलकर एक बारात निकालते हैं। हालांकि, इस बारात में दूल्हे को घोड़े की बजाय गधे पर बिठाकर घूमाया जाता है, वहीं इस बारात में शामिल लोग मौज-मस्ती और नाचते हुए चलते हैं। ऐसा करके लोग बारिश के देवता को खुश करने का प्रयास करते हैं। उनका मानना है कि इससे अच्छी बारिश होती है।