चीन: 59 वर्षीय बुजुर्ग महिला ने दिया जुड़वां बच्चियों को जन्म, वजह जानकर रह जाएंगे दंग
चीन के हुबेई प्रांत के यिचांग में 59 वर्षीय वांग नामक एक बुजुर्ग महिला ने हाल ही में जुड़वां बच्चियों को जन्म दिया है। इसके लिए वांग ने इन विट्रो फर्टिलाइजेशन (IVF) तकनीक का सहारा लिया था। हालांकि, वांग पहली बार मां नहीं बनी हैं। इससे पहले वह एक बेटे को जन्म दे चुकी थीं, जिसकी अब खुद एक बेटी भी है। ऐसे में आइये जानते हैं कि वांग ने इस उम्र में दोबारा मां बनने का फैसला क्यों किया?
क्या है मामला?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, वांग और उनके पति का पहला बेटा बीजिंग में अपनी पत्नी और बेटी के साथ रहता है और साल में केवल 1-2 बार ही अपने माता-पिता से मिलने आता है। ऐसे में वांग को उनका घर बहुत खाली लगता है। इस खालीपन से आजादी पाने के लिए उन्होंने IVF के जरिये बच्चा पैदा करने की योजना बनाई, जिसकी लागत 11.38 लाख रुपये से अधिक आई।
खुद ही बच्चियों की देखभाल करेंगी वांग
वांग के मुताबिक, उनके बेटे ने उनके अधिक बच्चे पैदा करने के फैसले का न तो समर्थन किया और न ही आपत्ति जताई। उन्होंने कहा, "मैंने अपने बेटे और उसकी पत्नी से मेरी बच्चियों की देखभाल करने के लिए नहीं कहा और मैं भविष्य में भी ऐसा नहीं करूंगी। मैं खुद अपनी बच्चियों की देखभाल करने के लिए सक्षम हूं। हालांकि, इस मुद्दे पर मेरे बेटे ने अपनी तरफ से मुझसे बात तक नहीं की।"
वांग के पास बच्चियों को पालने के लिए हैं पर्याप्त पैसे
वांग और उनके पति सेवानिवृत्त हैं और उनके पास पर्याप्त है। उनका कहना है कि उनके पास जुड़वां बच्चियों की 20 साल की उम्र तक पालने के लिए पर्याप्त पैसे जमा है। साथ ही अब वह एक सुपरमार्केट में सहायक के रूप में काम भी करने लगे हैं। उन्होंने आगे कहा, "मैं अपनी बेटियों की आजादी का ख्याल रखूंगी और उन्हें 8 साल की उम्र तक घर के सभी काम संभालने में भी सक्षम बनाउंगी।"
इस मामले पर यूजर्स ने दीं मिली-जुली प्रतिक्रियाएं
यह मामला चीनी मीडिया पर सामने आने के बाद कई लोग इस पर अपनी-अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। एक यूजर ने लिखा, 'क्या इस उम्र के किसी किसी व्यक्ति में एक छोटे बच्चे की देखभाल करने की ऊर्जा हो सकती है? मुझे तो ऐसा नहीं लगता।' दूसरे यूजर ने लिखा, 'मुझे लगता है यह महिला बहुत अकेली हो गई थी। नहीं तो, इतने बुढ़ापे में बच्चे को जन्म देने का दर्द सहने को कोई तैयार नहीं होगा।'
न्यूजबाइट्स प्लस
IVF प्रजनन उपचार हैं, जिसका इस्तेमाल बांझपन से पीड़ित लोगों के उपचार के लिए होता है। इसमें महिला के अंडे और पुरुष के स्पर्म को लैब में मिलाकर भ्रूण का निर्माण किया जाता है और फिर इसे महिला के गर्भाशय में डाल दिया जाता है।