कराचाय झील से लेकर पीली नदी तक, ये हैं धरती की सबसे विचित्र रंगों वाली झील-नदियां
नदी प्राकृतिक मीठे पानी की धारा होती है और झील भूमि से घिरा पानी का स्त्रोत होती है, जो ठहरी रहती है। दुनियाभर में डेढ लाख नदियां और 30.70 करोड़ झीलें हैं, जिनके जरिए करोड़ों का जीवन-यापन होता है। नदियों और झीलों का रंग आमतौर पर नीला होता है। हालांकि, धरती पर कई ऐसी झील-नदियां मौजूद हैं, जिनका रंग सामान्य झीलों-नदियों से बिलकुल अलग है। आइए दुनिया की सबसे विचित्र रंगों वाली झीलों और नदियों के बारे में जानते हैं।
कराचाय झील
रूस में एक बेहद अनोखे रंग वाली झील मौजूद है, जिसे कराचाय झील कहा जाता है। इस झील को धरती का सबसे ज्यादा प्रदूषित स्थान भी माना जाता है। 70 साल पहले सोवियत रूस सरकार ने एक गुप्त परमाणु हथियार कारखाना बनाया था। हथियारों के उत्पादन के समय जो भी कचरा उत्पन्न हुआ, वह इस झील में गिरता गया। तभी से कराचाय झील रेडियो सक्रिय घटकों से प्रदूषित हो गई और इसका रंग काला हो गया।
पीली नदी
चीन में एक प्रदूषित और असामान्य नदी मौजूद है, जिसे पीली नदी कहा जाता है। इस नदी का रंग पीला और भूरा है, जो इसमें मौजूद गंदगी के कारण हुआ है। यह दुनिया की छठी सबसे लंबी नदी है, जो 2007 से बहुत गंभीर रूप से प्रदूषित है। अनुमानित तौर पर हर साल इस नदी में लगभग 4.29 बिलियन टन कचरा डाला जाता है। इसका पीला रंग रिहायशी इलाकों से आने वाले गंदे पानी के कारण है।
हिलियर झील
ऑस्ट्रेलिया में एक ऐसी खूबसूरत झील है, जिसे देखकर लगता है कि यह परियों के जहान में बसी हुई है। इस झील का नाम हिलियर झील है, जिसका रंग सुर्ख गुलाबी है। यह झील केवल 1970 फीट लंबी और 820 फीट चौड़ी है, जिसे बबल गम झील भी कहा जाता है। इस झील के नमकीन वातावरण में पनपने वाले सूक्ष्मजीवों के संयोजन के कारण ही इसका रंग गुलाबी हो गया है।
लैगुना कोलोराडा
अमेरिका के बोलिविया में लैगुना कोलोराडा नाम की झील मौजूद है, जिसका रंग गहरा लाल है। इसे लाल झील और ब्लड लेक यानि खून की झील के नाम से भी जाना जाता है। बोलिविया की पौराणिक गाथाओं में कहा गया है कि इस झील का रंग भगवानों के खून के कारण लाल हो गया था। हालांकि, इसका असल कारण इसमें मौजूद लाल सेडीमेंट और शैवाल हैं। सूरज की किरणों के कारण इस नदी का रंग कभी-कभी नारंगी नजर आता है।
वलीरा नदी
अंडोरा और उत्तरपूर्वी स्पेन में बहने वाली वलीरा नदी का रंग हरा है। इसके रंग को देखकर यहां रहने वाले स्थानीय लोग हैरान और परेशान रहते हैं। हालांकि, इसके हरे होने के पीछे का कारण कोई पारिस्थितिक आपदा नहीं, बल्कि नदी में डाली गई एक सुरक्षित डाई है। इससे पहले इस नदी का पानी कई लोगों को बीमार कर चुका था और यह हरा रंग इसमें मौजूद बैक्टीरिया को मारने का काम करता है।