सुलभ शौचालय से लेकर काला जादू की थीम तक, भारत में मौजूद हैं ये विचित्र संग्रहालय
भारत विविध संस्कृतियों का देश है, जहां का इतिहास बेहद दिलचस्प है। पुरानी संस्कृति को दर्शाने के लिए भारत में कई ऐतिहासिक संग्रहालय बनाए गए हैं, जो जानकारीपूर्ण भी होते हैं। हालांकि, इन सभी रोचक संग्रहालयों के बीच कई ऐसे संग्रहालय भी मौजूद हैं, जो वास्तव में बेहद विचित्र हैं। ये संग्रहालय उन चीजों को संजोकर रखते हैं, जिनके विषय में ज्यादा लोग बात नहीं करते। आइए भारत के 4 अजीबो-गरीब संग्रहालयों के बारे में जानते हैं।
सुलभ अंतरराष्ट्रीय शौचालय संग्रहालय
दिल्ली में एक अनोखा संग्रहालय मौजूद है, जो शौचालय का इतिहास दर्शाता है। इस संग्रहालय का नाम है सुलभ अंतरराष्ट्रीय शौचालय संग्रहालय, जो कि हमेशा खुला रहता है। इस संग्रहालय में राजा-महाराजाओं के शौचालय से लेकर आज के जमाने के आधुनिक शौचालयों को भी प्रदर्शित किया गया है। यहां पर रोमन सम्राटों के सोने से बने शौचालय भी मौजूद हैं। आप यहां आकर शौचालयों के इतिहास को जान सकते हैं और सुलभ संस्था के बायोडिग्रेडेबल शौचालय भी देख सकते हैं।
अंतरराष्ट्रीय गुड़िया संग्रहालय
दिल्ली में मौजूद अंतरराष्ट्रीय गुड़िया संग्रहालय भारत में गुड़िया का एक बड़ा संग्रह है। इसकी स्थापना राजनीतिक कार्टूनिस्ट के शंकर पिल्लई ने की थी। यह संग्रहालय चिल्ड्रेन बुक ट्रस्ट की इमारत में स्थित है, जहां आकर आप दुनियाभर की गुड़ियों को देख सकते हैं। इस संग्रहालय में 85 से अधिक देशों की 7,000 से अधिक गुड़िया प्रदर्शित हैं। इनमें भारतीय गुड़िया, बार्बी और यहां तक कि महात्मा गांधी और मदर टेरेसा जैसी प्रसिद्ध हस्तियों की गुड़िया भी शामिल हैं।
मानव मस्तिष्क संग्रहालय
हमारा शरीर भी किसी मशीन की तरह है, जिसमें एक साथ कई कार्य होते रहते हैं। इन सभी कार्यों को सही तरह से चलाने का जिम्मेदार हमारा दिमाग होता है। दिमाग के बारे में विस्तार से जानकारी हासिल करने के लिए आप बेंगलुरु के मानव मस्तिष्क संग्रहालय जा सकते हैं। यह राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य और तंत्रिका विज्ञान संस्थान (NIMHANS) के बेसमेंट में स्थित है। संग्रहालय में 300 से अधिक मस्तिष्क के नमूने संरक्षित हैं, जिन्हें लोगों ने दान किया है।
काले जादू का संग्रहालय
भारत में कुछ लोग आज भी जादू-टोने और काले जादू में विश्वास रखते हैं। यहां ऐसे कई अनोखे गांव भी हैं, जहां लोग वास्तव में आज भी काला जादू करते हैं। असम के मोरीगांव जिले के मायोंग गांव में मायोंग सेंट्रल म्यूजियम मौजूद है, जो जादू-टोने और काले जादू के इतिहास को प्रदर्शित करता है। यहां आपको जादू-टोने की किताबें, तांत्रिक पांडुलिपियां, हस्तनिर्मित गुड़िया और खोपड़ियों जैसी तमाम विचित्र चीजें देखने को मिल जाएंगी।