IPL: क्या नीलामी में शामिल होंगे ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बड़े खिलाड़ी?
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के आगामी सीजन के लिए होने वाली बड़ी नीलामी के लिए खिलाड़ियों को 20 जनवरी तक रजिस्ट्रेशन कराने का समय दिया है। ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के तमाम दिग्गज खिलाड़ियों ने हाल ही में एशेज सीरीज की समाप्ति की है और अभी उनके पास फैसला लेने के लिए समय बचा हुआ है। फिलहाल कई दिग्गजों के लीग में हिस्सा लेने पर संदेह बना हुआ है।
रूट नहीं देंगे नीलामी में नाम, स्टोक्स पर भी है संदेह
इंग्लैंड के टेस्ट कप्तान जो रूट ने आखिरी एशेज टेस्ट के बाद ही साफ कर दिया था कि वह IPL की नीलामी में अपना नाम नहीं देंगे। उन्होंने कहा था, "मुझे टेस्ट क्रिकेट काफी पसंद है और अपने देश को मजबूती देने के लिए मैं अधिक से अधिक कुर्बानी देने के लिए तैयार हूं।" एशेज के साथ ब्रेक से वापसी करने वाले स्टोक्स भी पूरी लय में नहीं दिखे हैं और उनके भी IPL खेलने पर संदेह है।
मुश्किल दिख रही है स्टार्क की IPL में वापसी
2015 में आखिरी बार IPL खेलने वाले मिचेल स्टार्क के इस बार IPL में वापसी करने की उम्मीदें भी धीरे-धीरे कम होती जा रही हैं। हाल ही में स्टार्क ने कहा था, "फिलहाल मैंने खुद को लीग से हटाया नहीं है, लेकिन मेरे पास अभी सोचने का समय है। मुझे यह देखना होगा कि आगे का शेड्यूल किस प्रकार का है।" भले ही रजिस्ट्रेशन का समय बढ़ गया है, लेकिन स्टार्क का नीलामी में हिस्सा लेना संदेहास्पद है।
IPL खेले ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी तो लगातार 22 हफ्ते बबल में रहना होगा
एशेज समाप्त होने के बाद अब ऑस्ट्रेलिया को न्यूजीलैंड और श्रीलंका के खिलाफ घरेलू लिमिटेड ओवर्स सीरीज खेलनी है। इसके बाद वे एक महीने के लंबे पाकिस्तान दौरे पर भी जाएंगे। पाकिस्तान दौरे के ठीक बाद IPL और फिर उन्हें श्रीलंका के लंबे दौरे पर भी जाना है। इस तरह से ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों को लगातार 22 हफ्ते बॉयो-बबल में बिताने होंगे। यदि खिलाड़ी IPL नहीं खेलते हैं तो उन्हें लंबा ब्रेक मिल सकता है।
IPL के आयोजन स्थल की जानकारी भी जुटा रहे हैं टॉप खिलाड़ी
ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के कई टॉप खिलाड़ी इस बात की जानकारी भी जुटा रहे हैं कि IPL कहां पर खेला जाएगा क्योंकि कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि BCCI इस बार श्रीलंका या दक्षिण अफ्रीका में IPL कराने का प्लान B भी लेकर चल रही है। बोर्ड के अधिकारियों के मुताबिक बोर्ड ने ऑफिशियल तौर पर ऐसा कोई प्लान नहीं बनाया है और वे पूरी तरह से लीग को भारत में ही कराना चाहते हैं।