दक्षिण अफ्रीका बनाम भारत: वनडे सीरीज में इन खिलाड़ियों पर होंगी सबकी निगाहें

दक्षिण अफ्रीका और भारत के बीच तीन मैचों की वनडे सीरीज 19 जनवरी से शुरु होने वाली है। टेस्ट सीरीज में 2-1 की जीत हासिल करने के बाद दक्षिण अफ्रीकी टीम के हौसले बुलंद होंगे और वे वनडे सीरीज में भी अच्छा प्रदर्शन करना चाहेंगे। दूसरी ओर केएल राहुल की कप्तानी में भारतीय टीम दौरे का अंत सकारात्मक तरीके से करना चाहेगी। आइए एक नजर डालते हैं उन पांच खिलाड़ियों पर जो इस सीरीज में अहम साबित हो सकते हैं।
दक्षिण अफ्रीका दौरे से ठीक पहले विराट कोहली से वनडे टीम की कप्तानी ले ली गई थी और अभी हाल ही में उन्होंने टेस्ट की कप्तानी भी छोड़ दी है। सभी फॉर्मेट में कप्तानी से मुक्त हो चुके कोहली दबावमुक्त होकर बल्लेबाजी करना चाहेंगे। कोहली ने दक्षिण अफ्रीका की जमीं पर अब तक 77.62 की औसत से 1,242 रन अपने नाम किए हैं। वह प्रोटियाज धरती पर अपने 1,500 रन पूरे कर सकते हैं।
टेस्ट सीरीज के पहले मैच के बाद लंबे फॉर्मेट को अलविदा कहने वाले विकेटकीपर बल्लेबाज क्विंटन डि कॉक वनडे सीरीज में अपनी टीम के लिए सबसे अहम बल्लेबाज होंगे। दक्षिण अफ्रीका की युवा टीम में डि कॉक सबसे ज्यादा अनुभवी बल्लेबाज हैं। यदि टेस्ट सीरीज की तरह मेजबान टीम को वनडे सीरीज में भी दबदबा बनाना है तो उनके लिए डि कॉक का बल्ला चलना काफी अहम होगा।
दक्षिण अफ्रीका दौरे से ठीक पहले रोहित शर्मा को लिमिटेड ओवर्स में भारत का कप्तान बनाया गया था। हालांकि, चोट के कारण वह दौरे का हिस्सा नहीं हैं और केएल राहुल को वनडे टीम की कमान सौंपी गई है। टेस्ट सीरीज में राहुल ने भारत के लिए सबसे अधिक 226 रन बनाए थे। वनडे में कप्तान के तौर पर वह और अच्छा प्रदर्शन करना चाहेंगे ताकि खुद को साबित कर सकें।
कगीसो रबाडा ने टेस्ट सीरीज में सबसे अधिक 20 विकेट लेकर भारतीय बल्लेबाजों को खूब परेशान किया था। 82 वनडे में 126 विकेट ले चुके रबाडा वनडे सीरीज में भी भारतीय बल्लेबाजों के लिए परेशानी का कारण बन सकते हैं। रबाडा के अलावा दक्षिण अफ्रीकी टीम में लुंगी न्गीदी और वेन पार्नेल जैसे तेज गेंदबाज भी मौजूद हैं। हालांकि, रबाडा टीम के मुख्य तेज गेंदबाज होंगे और वह शुरुआत में ही भारतीय बल्लेबाजों की परीक्षा लेंगे।
शिखर धवन ने जुलाई 2021 में भारत के लिए आखिरी मुकाबला खेला था और अपनी कप्तानी में श्रीलंका के खिलाफ वनडे सीरीज जिताई थी। वनडे सीरीज में धवन का प्रदर्शन भी अच्छा रहा था, लेकिन उनके लिए अब टीम में खुद को बनाए रखना बेहद मुश्किल हो गया है। दक्षिण अफ्रीका का यह दौरा उनके लिए आखिरी मौका साबित हो सकता है और इसीलिए वह अपना सबकुछ झोंकना चाहेंगे।