IPL 2020: छह दिन का क्वारंटाइन, बॉयो-सेक्योर वातावरण और अन्य नियम
क्या है खबर?
इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के 13वें सीजन के UAE में आयोजन के लिए नियम धीरे-धीरे साफ होते जा रहे हैं।
UAE में पहुंचने के बाद अब टीमें छह दिन के क्वारंटाइन में रहेंगी। इस बात का निर्णय बीते बुधवार को हुई फ्रेंचाइजियों की मीटिंग में लिया गया है।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने बुधवार को फ्रेंचाइजियों को अपनी स्टैंडर्ड ऑपरेशन प्रोसीजर (SoP) सौंपी जिसमें टूर्नामेंट के लिए फॉलो किए जाने वाली चीजें शामिल हैं।
बयान
छह दिन के क्वारंटाइन में रहेंगे टीम के सदस्य- फ्रेंचाइजी ऑफिशियल
एक IPL फ्रेंचाइजी ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा, "हम स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों को लेकर खतरा नहीं ले सकते हैं और टीम के सदस्य छह दिन के क्वारंटाइन में रहेंगे।"
दुबई सरकार के हेल्थ प्रोटोकॉल के मुताबिक वहां के लिए निकलने से 96 घंटे पहले एक पीसीआर टेस्ट और एक वहां पहुंचने के बाद कराया जाएगा।
जो लोग पॉजिटिव पाए जाएंगे उन्हें ही 14 दिन के क्वारंटाइन में रहना होगा।
अन्य चीजें
आठ टीमों के लिए होंगे आठ होटल
BCCI की SOP के मुताबिक सभी फ्रेंचाइजियों को अलग-अलग होटल में रखा जाएगा।
खिलाड़ियों के लिए भी अलग-अलग कमरों की व्यवस्था की जाएगी और तीसरे निगेटिव टेस्ट के बाद ही वे आपस में मिल सकेंगे।
हालांकि, टीम के सदस्यों को मिलने के लिए मास्क और शारीरिक दूरी का ख्याल रखना अनिवार्य होगा।
इसके अलावा खिलाड़ियों को अलग-अलग खाना मंगाना होगा और सभी लोग साथ बैठकर खाना नहीं खाएंगे।
परिवार
साथ जा सकेगा परिवार, लेकिन बॉयो-सेक्योर वातावरण से नहीं निकल सकेंगे बाहर
ट्रेनिंग और मैचों के लिए खाली स्टैंड्स को ड्रेसिंग रूम के तौर पर इस्तेमाल किया जाएगा।
स्ट्रेटजी मीटिंग्स को खुले में आयोजित किया जाएगा जिससे शारीरिक दूरी बनाई रखी जा सके।
इस साल टॉस मस्कट का भी उपयोग नहीं किया जाएगा और इससे BCCI को स्पॉन्सर के पैसों में थोड़ी और कमी मिलेगी।
खिलाड़ियों और सपोर्ट स्टॉफ का परिवार उनके साथ तो जा सकेगा, लेकिन उन्हें टीम बस में यात्रा और बॉयो-सेक्योर वातावरण से बाहर निकलने की इजाजत नहीं होगी।
विदेशी खिलाड़ी
विदेशी खिलाड़ियों के लिए होंगे ये नियम
विदेशी खिलाड़ी जो सीधे UAE पहुंचेंगे उन्हें भी तीन पीसीआर टेस्ट से गुजरना होगा।
इन खिलाड़ियों का पहले, तीसरे और छठे दिन टेस्ट किया जाएगा और तीनों में निगेटिव पाए जाने पर उन्हें टीमों से जुड़ने की इजाजत मिलेगी।
टूर्नामेंट शुरु हो जाने के बाद सभी लोग हर पांचवें दिन कोरोना टेस्ट कराएंगे।
प्लेइंग इलेवन के लिए कप्तानों के हार्ड कॉपी ले जाने की बजाय इलेक्ट्रॉनिक टीम शीट का इस्तेमाल किया जाएगा।