पेरिस ओलंपिक 2024: तीसरे पदक से चूकीं मनु भाकर, इस स्पर्धा में रहीं चौथे स्थान पर
पेरिस ओलंपिक 2024 में निशानेबाज मनु भाकर तीसरा पदक नहीं जीत पाईं। वह 25 मीटर पिस्टल स्पर्धा में 28 शॉट्स के साथ चौथे पायदान पर रहीं। 8 सीरीज में मनु एक ही बार 5 में से 5 शॉट्स लगा पाईं। उन्होंने 40 में से 28 शॉट्स लगाए। उन्होंने 10 मीटर एयर पिस्टल में कांस्य पदक जीता था। इसके बाद 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा के मिश्रित खेलों में उन्होंने जोड़ीदार सरबजोत सिंह के साथ कांस्य पदक अपने नाम किया था।
निशानेबाजी में भारत पास कुल 7 पदक
भारत ने निशानेबाजी में अब तक 7 पदक जीते हैं, जिसमें 1 स्वर्ण, 4 कांस्य और 2 रजत पदक शामिल थे। साल 2008 में स्वर्ण पदक दिग्गज अभिनव बिंद्रा ने जीता था। अभिनव व्यक्तिगत स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी भी बने थे। राज्यवर्धन सिंह (2004 में रजत), गगन नारंग (2012 में कांस्य), विजय कुमार (2012 में रजत) और मनु (2), सरबजोत और स्वप्निल कुसाले (2024 में कांस्य) निशानेबाजी में ओलंपिक पदक जीतने वाले अन्य खिलाड़ी हैं।
पेरिस ओलंपिक में मनु ने रचा इतिहास
मनु ने 28 जुलाई को भारत के लिए पहला पदक जीता था। 22 वर्षीय महिला निशानेबाज 10 मीटर एयर पिस्टल के फाइनल में तीसरे स्थान पर रही थीं और कांस्य पदक पर कब्जा जमाया था। उस दौरान मनु ने 221.7 के स्कोर के साथ ओलंपिक खेलों में निशानेबाजी में भारत का 5वां और कुल मिलाकर 36वां पदक दिलाया था। इसके साथ यह खिलाड़ी ओलंपिक पदक जीतने वाली भारत की पहली महिला निशानेबाज भी बनी थीं।
कौन है मनु?
मनु हरियाणा के झज्जर की रहने वालीं हैं। उनके पिता रामकिशन उन्हें बॉक्सर बनाना चाहते थे। इसलिए बचपन में वह बॉक्सिंग करने लगीं। एक दिन अभ्यास के दौरान मनु को आंख में चोट लग गई। इसके बाद उन्होंने बॉक्सिंग छोड़ दिया। उन्होंने अपने स्कूल में निशानेबाजी शुरू की थी। साल 2016 में उन्हें उनके कोच जसपाल राणा का साथ मिला जो अभी भी उनके कोच हैं। उनकी मां डॉ. सुमेधा ने उनके लिए स्कूल की नौकरी छोड़ दी थी।
2018 के राष्ट्रमंडल खेलों में जीता था स्वर्ण पदक
साल 2018 के राष्ट्रमंडल खेलों में मनु ने स्वर्ण पदक अपने नाम किया था। उन्होंने 10 मीटर के एयर पिस्टल स्पर्धा ने यह पदक जीता था। भारत की ही हीना सिद्धू ने उस खेल में रजत पदक अपने नाम किया था। मनु ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर साल 2017 में डेब्यू किया था। वह 2018 के युवा ओलंपिक खेलों में भी स्वर्ण पदक जीत चुकी हैं। वह इस उपलब्धि को हासिल करने वाली पहली भारतीय निशानेबाज बनी थी।