कोरोना: फ्रांस में महामारी की तीसरी लहर, पेरिस में एक महीने के लिए लॉकडाउन लागू
कोरोना वायरस संक्रमण की तीसरी लहर का सामना कर रहे फ्रांस की राजधानी पेरिस में एक महीने के लिए लॉकडाउन लागू किया गया है। शुक्रवार रात से यहां लॉकडाउन लागू हो गया है। प्रधानमंत्री जीन कास्टेक्स ने कहा कि इस बार पाबंदियां पिछली बार की तरह कड़ी नहीं होंगी और लोगों को अपने घरों से थोड़ी दूर तक बाहर जाने की इजाजत होगी। उन्होंने कहा कि देश में संक्रमण की तीसरी लहर लगातार बढ़ रही है।
पेरिस में 1,200 मरीज ICU में भर्ती
BBC के अनुसार, फ्रांस के स्वास्थ्य मंत्री ओलिवियर वेरन ने कहा कि पेरिस में स्थिति खास तौर पर चिंताजनक है। यहां लगभग 1,200 लोग कोरोना संक्रमण के चलते इनटेंसिव केयर यूनिट (ICU) में भर्ती हैं। यह संख्या पिछले साल नवंबर में दूसरी लहर के समय ICU में भर्ती मरीजों से अधिक है। गौरतलब है कि पेरिस समेत पूरे फ्रांस में कोरोना मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। बीते दिन पूरे देश में 35,000 से अधिक मरीज मिले।
लॉकडाउन में क्या पाबंदियां रहेंगी?
पेरिस में लॉकडाउन के नियमों के तहत गैर-जरूरी सेवाओं को बंद किया जाएगा। हालांकि, इस दौरान स्कूल खुले रहेंगे और लोग अपने घरों से 10 किलोमीटर के दायरे में बाहर आ-जा सकेंगे। इसके अलावा बिना कारण लोगों को एक जगह से दूसरी जगह जाने की अनुमति नहीं होगी। जिन लोगों के घर प्रभावित इलाकों में पड़ते हैं उन्हें एक फॉर्म भरकर यह जानकारी देनी होगी कि वो अपने घरों से बाहर क्यों जा रहे हैं।
लॉकडाउन के पक्ष में नहीं थे राष्ट्रपति
कोरोना संक्रमितों की बढ़ती संख्या और अस्पताल में उनके भर्ती होने से स्वास्थ्य सेवाओं पर दबाव बढ़ रहा था। इसके चलते विशेषज्ञ पहले ही यह सुझाव देने लगे थे कि केवल लॉकडाउन के जरिये ही स्थिति को सुधारा जा सकता है। हालांकि, राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों लॉकडाउन के पक्ष में नहीं थे। उन्हें उम्मीद थी कि वैक्सीनेशन के सहारे संक्रमण की तीसरी लहर पर काबू पाया जा सकता है और लॉकडाउन की जरूरत नहीं होगी।
वैक्सीनेशन में पिछड़ रहा फ्रांस
अन्य यूरोपीय देशों की तरह फ्रांस भी वैक्सीनेशन में अमेरिका और इंग्लैंड से पिछड़ रहा है। इसके चलते यहां की सरकार की आलोचना भी हो रही है। ब्लूमबर्ग के इंडेक्स के अनुसार, फ्रांस अभी तक अपनी 8.7 प्रतिशत आबादी को वैक्सीन की एक और 3.5 प्रतिशत आबादी को दो खुराक लगा पाया है। इसकी तुलना में यूनाइटेड किंगडम (UK) अपनी 38.5 फीसदी आबादी को एक और 2.8 फीसदी आबादी को वैक्सीन की दोनों खुराक लगा चुका है।
फ्रांस और दुनियाभर में संक्रमण की क्या स्थिति?
जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के अनुसार, फ्रांस में अब तक 42.41 लाख लोगों में संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है, जिनमें से 91,833 मरीजों की मौत हुई है। फ्रांस संक्रमितों के लिहाज से दुनिया का छठा और मृतकों की संख्या के मामले में आठवां सबसे अधिक प्रभावित देश है। वहीं अगर पूरी दुनिया की बात करें तो 12.17 करोड़ लोग कोरोना संक्रमित हो चुके हैं, जिनमें से 26.90 लाख को इस खतरनाक वायरस के कारण अपनी जान गंवानी पड़ी है।