
मुख्य खेल अवार्ड्स के लिए नेशनल राइफल्स एसोसिएशन ने फाइनल किए अपने नाम
क्या है खबर?
खेल मंत्रालय इस साल के खेल अवार्ड्स के लिए स्पोर्ट्स फेडरेशन से खिलाड़ियों का नाम सुझाने को कह चुका है।
लगातार हर स्पोर्ट्स फेडरेशन लिस्ट तैयार कर रही है कि उन्हें किन खिलाड़ियों का नाम अवार्ड्स के लिए मंत्रालय को देना है।
इसी कड़ी में नेशनल राइफल्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (NRAI) ने अर्जुन अवार्ड, राजीव गांधी खेल रत्न और द्रोणाचार्य अवार्ड के लिए भेजे जाने वाले नामों को फाइनल कर लिया है।
अर्जुन अवार्ड
अर्जुन अवार्ड के लिए भेजे गए इन शूटर्स के नाम
अर्जुन अवार्ड के लिए चार खिलाड़ियों के नाम भेजे गए हैं जिसमें तीन पिस्टल और एक राइफल शूटर शामिल हैं।
मनु भाकर, सौरभ चौधरी और अभिषेक वर्मा पिस्टल तो वहीं एलावेनिल वलारिवान को राइफल कैटेगिरी से नामांकित किया गया है।
18 वर्षीया मनु भाकर और 18 वर्ष के ही सौरभ की जोड़ी ने पिछले कुछ समय में भारत के लिए अदभुत प्रदर्शन किया है।
दोनों ने ओलंपिक कोटा भी हासिल किया है।
खेल रत्न
खेल रत्न के लिए भेजा गया अंजुम का नाम
26 वर्षीया राइफल शूटर अंजुम मोदगिल को नाम राजीव गांधी खेल रत्न अवार्ड के लिए भेजा गया है।
2008 में शूटिंग शुरु करने वाली मोदगिल इस इवेंट में टोक्यो ओलंपिक में कोटा हासिल करने वाली पहली दो भारतीय शूटर्स में से एक हैं।
10 मीटर एयर राइफल में मोदगिल फिलहाल विश्व की दूसरी वरीयता की शूटर हैं।
पिछले साल ही उन्होंने अर्जुन अवार्ड हासिल किया था।
द्रोणाचार्य अवार्ड
द्रोणाचार्य अवार्ड के लिए भेजा गया राणा का नाम
पिछले साल जसपाल राणा का नाम नहीं भेजे जाने पर काफी विवाद हुआ था और अभिनव बिंद्रा ने भी सिलेक्शन पैनल के इस निर्णय की आलोचना की थी।
43 वर्षीय राणा को मनु भाकर, सौरभ और अनिश भानवाला जैसे बेहतरीन युवा शूटर्स को बनाने के लिए जाना जाता है।
भले ही पिछली बार उन्हें इग्नोर कर दिया गया था, लेकिन इस बार उनका नाम द्रोणाचार्य अवार्ड के लिए भेजा जाएगा।
अवार्ड्स
ये है तीनों अवार्ड्स की खासियत
अर्जुन अवार्ड पाने वाले खिलाड़ी को पांच लाख रूपये का ईनाम और निशाना लगाते अर्जुन का ब्रॉन्ज स्टैचू दिया जाता है।
राजीव गांधी खेल रत्न अवार्ड खेल की दुनिया में भारत का सबसे बड़ा नागरिक सम्मान है।
इसके लिए चार साल तक खिलाड़ी द्वारा किए गए प्रदर्शन को देखा जाता है और उन्होंने साढ़े सात लाख रूपये, प्रतीक और सर्टिफिकेट से सम्मानित किया जाता है।
द्रोणाचार्य अवार्ड कोचिंग के लिए मिलता है जिसमें पांच लाख रूपये मिलते हैं।