जयवर्धने ने बताया वॉर्न-मुरली के बीच अंतर, कहा- वॉर्न के पास नहीं थी मुरलीधरन जैसी विविधता
शेन वॉर्न और मुथैय्या मुरलीधरन अपने जमाने के दो बेहतरीन स्पिनर्स थे जिन्होंने 1990 के दशक से लेकर 2000 के दशक तक अपना दबदबा बनाए रखा। दोनों ही गेंदबाजों को लेग और ऑफ स्पिन का सर्वश्रेष्ठ माना जाता है और ये टेस्ट में दो सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज भी हैं। हालांकि, महेला जयवर्धने का मानना है कि वॉर्न के पास मुरलीधरन की तरह विविधताएं नहीं थीं।
वॉर्न के पास नहीं थी मुरली जैसी विविधता- जयवर्धने
ESPNCricinfo के वीडियोकास्ट में संजय मांजरेकर के साथ बातचीत के दौरान जयवर्धने ने कहा कि मुरली चैंपियन गेंदबाज थे। उन्होंने आगे कहा, "वॉर्न के पास वह विविधता नहीं थी जो मुरली के पास थी। मुरली को पता था कि वह क्या कर रहे हैं और वह बल्लेबाज को गिरा ले जाने का भरोसा रखते थे। यदि उन्हें किसी को आउट करने के लिए 10 ओवर इंतजार करना पड़े तो वह कर लेते।"
आक्रमण का बुलावा देकर विकेट लेने की रणनीति से खेलते थे- वॉर्न
जयवर्धने ने आगे कहा, "वॉर्न ऐसी रणनीति के साथ खेलते थे कि आप आकर मुझ पर आक्रमण करिए और मैं आपका विकेट लूंगा। उन्हें संभवतः पता था कि उनके पास मुरली जैसी विविधताएं नहीं है।"
सबसे ज़्यादा इंटरनेशनल विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं मुरलीधरन
वॉर्न 700 टेस्ट विकेट लेने वाले पहले गेंदबाज हैं और उन्होंने अपने करियर में 145 टेस्ट में 708 टेस्ट विकेट लिए हैं। मुरलीधरन ने वॉर्न का रिकॉर्ड तोड़ा और 133 टेस्ट में सबसे ज़्यादा 800 टेस्ट विकेट लेकर अपना करियर समाप्त किया। 350 वनडे में 534 विकेट लेने वाले मुरली वनडे में भी सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं। वॉर्न ने 194 वनडे में 293 विकेट लिए हैं।
आज के गेंदबाजों को करना पड़ रहा है बेहतर बल्लेबाजों का सामना- जयवर्धने
जयवर्धने ने कहा कि आज के दौर के गेंदबाजों को ज़्यादा बेहतरीन बल्लेबाजों का सामना करना पड़ रहा है तो उनके लिए मुरली और वॉर्न के आंकड़े छू पाना बेहद कठिन होगा। उन्होंने कहा, "यदि वे पहले के गेंदबाजों के आंकड़ों को नहीं छू पाते हैं तो इसका मतलब यह नहीं है कि वे अच्छे गेंदबाज नहीं हैं। माडर्न-डे क्रिकेट के टॉप-10 विकेट लेने गेंदबाजों ने मेरे करियर के पहले हाफ तक खेला है।"
1,000 से अधिक विकेट लेने वाले मुरली और वॉर्न इकलौते गेंदबाज
मुरली ने जहां 495 मैचों में 1,347 इंटरनेशनल विकेट लिए तो वहीं वॉर्न ने 339 मैचों में 1,001 विकेट अपने नाम किए। अब तक केवल यही दो गेंदबाज 1,000 या उससे ज़्यादा इंटरनेशनल विकेट ले सके हैं। इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाजों की लिस्ट में तीसरे नंबर पर भी स्पिनर ही मौजूद है। अनिल कुंबले ने 403 मैचों में 956 विकेट हासिल किए हैं।