#BirthdaySpecial: 26वां जन्मदिन मना रहे लाबूशेन की उपलब्धियों पर एक नजर
क्या है खबर?
ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज मार्नश लाबूशेन सोमवार को 26 साल के हो गए हैं।
पिछले साल निरंतरता के साथ ढेर सारे रन बनाकर लाबूशेन ने सभी को प्रभावित किया था। एशेज में अपनी बेहतरीन बल्लेबाजी के साथ उन्होंने क्रिकेट के लंबे फॉर्मेट में खुद को स्थापित किया।
हाल ही में उन्हें 2019 ICC एमर्जिंग क्रिकेटर चुना गया था।
ऐसे में एक नजर डालते हैं इंटरनेशनल क्रिकेट में लाबूशेन की उपलब्धियों पर।
करियर
ऐसा रहा है लाबूशेन का इंटरनेशनल करियर
लाबूशेन ने 2018 में पाकिस्तान के खिलाफ अपना इंटरनेशनल डेब्यू किया था।
हालांकि, एक साल बाद एशेज में चोटिल स्टीव स्मिथ की जगह लेने के बाद उन्होंने सबको चौंका दिया।
इसके बाद से लाबूशेन ने रुकने का नाम नहीं लिया।
ऑस्ट्रेलिया के लिए 21 इंटरनेशनल मैच खेल चुके लाबूशेन ने 60.82 की शानदार औसत के साथ 1,764 रन बनाए हैं।
इस दौरान उन्होंने पांच शतक और 10 अर्धशतक लगाए हैं।
टेस्ट औसत
ब्रेडमैन के बाद बेस्ट औसत वाले बल्लेबाज हैं लाबूशेन
लगभग दो साल के करियर में ही लाबूशेन का टेस्ट में प्रदर्शन अदभुत रहा है। उन्होंने 14 टेस्ट में 63.43 की औसत के साथ 1,459 रन बनाए हैं।
हाल ही में उन्होंने टेस्ट में अपना पहला दोहरा शतक भी लगाया था। बल्लेबाजी औसत में वह केवल सर डॉन ब्रेडमैन (99.94) से ही पीछे हैं।
स्टीव स्मिथ (62.84) तीसरे सबसे बेहतरीन औसत रखने वाले बल्लेबाज हैं।
कन्कूजन सब्सीच्यूट
इंटरनेशनल क्रिकेट के पहले कन्कूजन सब्सीच्यूट हैं लाबूशेन
एशेज में लाबूशेन को शुरुआत में ही सफलता का स्वाद चखने का मौका मिला।
लॉर्ड्स टेस्ट में स्मिथ के चोटिल हो जाने के बाद वह इंटरनेशनल क्रिकेट इतिहास के पहले कन्कूजन सब्सीच्यूट बने थे।
विपरीत परिस्थितियों का सामना करते हुए उन्होंने 100 गेंदों में 59 रनों की पारी खेली और यह उनका करियर बदलने वाली पारी रही।
उन्होंने सीरीज़ की समाप्ति 50.43 की औसत के साथ 353 रन बनाकर की थी।
क्या आप जानते हैं?
2019 में 1,000 से टेस्ट रन बनाने वाले इकलौते बल्लेबाज थे लाबूशेन
पिछले साल वह टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज़्यादा रन बनाने और 1,000 से ज़्यादा टेस्ट रन बनाने वाले इकलौते बल्लेबाज थे। उन्होंने 11 टेस्ट में 64.94 की औसत के साथ 1,104 रन बनाए।
आगामी सीजन
आगामी सीजन के लिए उत्सुक होंगे लाबूशेन
टेस्ट क्रिकेट में अपना दबदबा बनाए रखने के साथ ही अब लाबूशेन सफेद गेंद की क्रिकेट भी खेलना चाहेंगे।
अभी बेहद कम वनडे खेलने के बावजूद उन्होंने दिखाया है कि वह इस फॉर्मेट में भी सफल होने की कुशलता रखते हैं।
भारत के खिलाफ 46 और 54 रनों की पारी के दौरान उन्होंने बेहतरीन खेल दिखाया था।
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ उन्होंने अपना पहला वनडे शतक लगाया था।