अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट के वो पांच रिकॉर्ड जिनको तोड़ पाना मुश्किल ही नहीं, नामुमकिन है
क्या है खबर?
वैसे तो क्रिकेट में रिकॉर्ड हमेशा टूटने के लिए ही बनते हैं, लेकिन कभी-कभी कुछ ऐसे रिकॉर्ड भी बन जाते हैं, जिनका टूटना मुश्किल ही नहीं बल्कि नामुमकिन सा होता है।
इस खेल की शुरुआत इतिहास के पन्नों में 1725 से मानी जाती है, लेकिन अंतर्राष्ट्रीय दर्जा प्राप्त होने के बाद पहला ऑफिशियल टेस्ट 1877 में इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेला गया था।
आइये जानते हैं अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट के वो रिकॉर्ड जिनके तोड़ पाना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है।
#1
जिम लेकर और अनिल कुंबले का एक पारी में 10 विकेट लेने का रिकॉर्ड
इंग्लैंड के जिम लेकर ने 1956 एशेज में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट की एक पारी में 10 विकेट लिए थे। जिम लेकर ने इस टेस्ट में पहली पारी में 9 और दूसरी पारी में 10 विकेट लिए थे।
इसके बाद अनिल कुंबले ने भी पाकिस्तान के खिलाफ 1999 में टेस्ट की एक पारी में 10 विकेट लेने का कारनामा किया था।
हालांकि, इन दोनों दिग्गज गेंदबाज़ों के अलावा अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में कोई भी गेंदबाज़ यह कारनामा नहीं कर पाया है।
#2
वनडे क्रिकेट में रोहित शर्मा के एक पारी में बनाए गए 264 रन
क्रिकेट के इतिहास में पहला अंतर्राष्ट्रीय वनडे मैच 1971 में खेला गया था। तब से लेकर आज तक वनडे क्रिकेट में सिर्फ 6 बल्लेबाज़ ही दोहरा शतक बना पाए हैं।
वनडे में पहला दोहरा शतक लगाने का रिकॉर्ड सचिन तेंदुलकर के नाम है।
लेकिन वनडे में किसी भी बल्लेबाज़ द्वारा सर्वाधिक स्कोर बनाने का रिकॉर्ड रोहित शर्मा के नाम है। रोहित ने श्रीलंका के खिलाफ 2014 में वनडे मैच में 264 रन बनाए थे। इस रिकॉर्ड का टूटना नामुमकिन है।
#3
ब्रायन लारा का एक पारी में 400 रन बनाने का रिकॉर्ड
घरेलू क्रिकेट की एक पारी में 501 रन बनाने वाले वेस्टइंडीज के महान बल्लेबाज़ों में शुमार ब्रायन लारा के नाम टेस्ट की एक पारी में सबसे ज़्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड दर्ज है।
लारा ने 2004 में इंग्लैंड के खिलाफ 400 रनों की पारी खेल कर यह विश्व रिकॉर्ड अपने नाम किया था।
टेस्ट की एक पारी में 400 रन बनाने वाले लारा विश्व के इकलौते बल्लेबाज़ हैं। लारा के इस रिकॉर्ड का टूटना अब नामुमकिन है।
#4
एबी डिविलयर्स का सबसे तेज़ वनडे शतक
वनडे क्रिकेट में सबसे तेज़ शतक लगाने का रिकॉर्ड साउथ अफ्रीका के दिग्गज बल्लेबाज़ एबी डिविलियर्स के नाम है।
डिविलियर्स ने वेस्टइंडीज के खिलाफ सिर्फ 31 गेंदो में शतक लगाकर यह विश्व रिकॉर्ड अपने नाम किया था।
बता दें कि वनडे में सबसे तेज अर्धशतक और सबसे तेज 150 रन बनाने का भी रिकॉर्ड डिविलियर्स के ही नाम है। लेकिन डिविलियर्स के सबसे तेज शतक लगाने के रिकॉर्ड को तोड़ना किसी भी बल्लेबाज़ के लिए नामुमकिन है।
#5
मुरलीधरन के 800 टेस्ट विकेट
टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में सबसे ज़्यादा विकेट लेने का रिकॉर्ड श्रीलंका के महान स्पिनर मुथैया मुरलीधरन के नाम है।
मुरलीधरन ने 133 टेस्ट मैचों में 22.72 की औसत से 800 विकेट लिए हैं। मुलरी के इस रिकॉर्ड को तोड़ पाना नामुमकिन है।
बता दें कि वनडे क्रिकेट में सबसे ज़्य़ादा विकेट लेने का रिकॉर्ड भी मुरलीधरन के ही नाम है। मुरली ने 350 मैचों में 534 विकेट लिए हैं। मुरली के इस रिकॉर्ड का भी टूटना लगभग नामुमकिन है।