लोगों ने उड़ा दी पाकिस्तानी क्रिकेटर की मौत की खबर, ट्वीट कर खुद को बताया जिंदा
सोशल मीडिया के जमाने में रोज ही कोई ना कोई फेक न्यूज का शिकार हो जाता है। पाकिस्तान के तेज गेंदबाज मोहम्मद इरफान भी अब ऐसी ही एक फेक न्यूज का शिकार बन गए हैं। दरअसल लोगों ने कार एक्सीडेंट में इरफान की मौत की खबर को वायरल कर दिया था जिससे उनके जानने वाले घबरा गए थे। हालांकि, इरफान ने ट्विटर पर खुद इन खबरों को फेक बताया है और खुद को पूरी तरह सही बताया है।
मेरा कोई एक्सीडेंट नहीं हुआ, मौत की खबरें झूठी- इरफान
सात फीट एक इंच लंबे सबसे ज़्यादा लंबाई वाले फर्स्ट-क्लास क्रिकेटर 38 साल के इरफान ने अपनी कार एक्सीडेंट वाली खबरों को पूरी तरह के झूठी बताया। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, "कुछ सोशल मीडिया आउटलेट कार एक्सीडेंट में मेरी मौत की झूठी खबर फैला रही हैं। इससे मेरे परिवार और करीबी दोस्त सदमे में हैं और मुझे इस बारे में लगातार फोन आ रहे हैं। ये खबरें झूठी हैं और मेरा कोई एक्सीडेंट नहीं हुआ।"
यहां देखें इरफान का ट्वीट
डेफ क्रिकेटर की मौत के कारण हुई यह गड़बड़ी
बीते रविवार को पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने बताया कि उनके 31 साल के खिलाड़ी मोहम्मद इरफान की मौत हो गई है। पेट में संक्रमण से जूझ रहे इरफान ने 20 जून को अंतिम सांस ली थी। हालांकि, ये इरफान पाकिस्तान नेशनल डेफ टीम के खिलाड़ी थे और एक ही नाम होने के कारण जल्दबाजी में लोगों ने इन्हें तेज गेंदबाज इरफान समझ लिया। मृत इरफान ने डेफ टीम के लिए 12 मैच खेले हैं।
अब तक ऐसा रहा है इरफान का इंटरनेशनल करियर
अपनी लंबाई के कारण चर्चा का विषय बने रहने वाले इरफान ने 2010 में वनडे और 2012 में टी-20 डेब्यू किया था। उन्होंने पाकिस्तान के लिए 60 वनडे में 83 और 22 टी-20 में 16 विकेट लिए हैं। 2013 में उन्होंने पाकिस्तान के लिए अपना टेस्ट डेब्यू भी किया था और चार टेस्ट में 10 विकेट ले सके हैं। 2013 के बाद उन्हें दोबारा टेस्ट खेलने का मौका नहीं मिला।
तीन साल बाद पाकिस्तानी टीम में लौटे थे इरफान
2016 के बाद से इरफान ने पाकिस्तान के लिए कोई वनडे मैच नहीं खेला है और तीन साल बाद पिछले साल उन्होंने टी-20 टीम में वापसी की थी। हालांकि, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उनकी वापसी बहुत अच्छी नहीं रही थी। वह पाकिस्तान सुपर लीग और घरेलू क्रिकेट में लगातार एक्टिव रहे हैं। अब तक खेले कुल 139 टी-20 में वह 147 विकेट ले चुके हैं और इस दौरान उनकी इकॉनमी सात से नीचे रही है।