टेस्ट क्रिकेट के पांच शानदार गेंदबाजी स्पेल, जिनके दम पर टीमों ने जीते मैच, देखें वीडियो
टेस्ट मैचों को क्रिकेट का सबसे बेहतरीन और शुद्ध फॉर्म माना जाता है। इस फॉर्मेट की सबसे बेहतरीन बात यह है कि खिलाड़ी पूरे पांच दिनों तक अपना पूरा एफर्ट लगाते हैं और मैच को जीतने की कोशिश करते हैं। टेस्ट क्रिकेट में ही खिलाड़ी की असली परीक्षा होती है और उनकी दृढ़ता को देखा जाता है। इसी कड़ी में हम नजर डाल रहे हैं टेस्ट में मैच जिताऊ गेंदबाजी स्पेल पर।
एंब्रोस की आंधी में उड़ी ऑस्ट्रेलियन टीम
1993 में पांचवें और निर्णायक टेस्ट में वेस्टइंडीज का सामना ऑस्ट्रेलिया से पर्थ में हो रहा था। पहले बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया ने 2 विकेट खोकर 85 रन बना लिए थे और फिर कर्टली एंब्रोस की आंधी आई और कंगारू टीम 119 रनों पर ही ऑल-आउट हो गई। एंब्रोस ने कुल 25 रन देकर 7 विकेट लिए थे, इससे पहले 24 रन उन्होंने बिना कोई विकेट लिए खर्च किए थे। वेस्टइंडीज ने पारी और 25 रनों से मुकाबला जीता था।
विलिस ने ढाया कंगारुओं पर कहर
1981 एशेज के दौरान लीड्स में खेले गए मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया को जीत दर्ज करने के लिए 131 रनों के साधारण लक्ष्य का पीछा करना था। कंगारू टीम ने एक विकेट के नुकसान पर 56 रन बना लिए थे, लेकिन बॉब विलिस ने 43 रन देकर 8 विकेट झटक लिए और ऑस्ट्रेलिया को 111 रनों के स्कोर पर ऑल आउट कर दिया। इसी के साथ ही फॉलोआन के बावजूद टेस्ट जीतने वाली इंग्लैंड दूसरी टीम बनी थी।
बाउंसर का बदला मैल्कम ने नौ विकेट झटककर लिया
द ओवल में खेले गए 1994 सीरीज के तीसरे टेस्ट के दौरान दक्षिण अफ्रीका के फैनी डिविलियर्स ने इंग्लैंड के डेवॉन मैल्कम को बाउंसर से हिट किया था। अगली पारी में मैल्कम ने भरपूर बदला लेते हुए अफ्रीका के नौ बल्लेबाजों को आउट किया तो वहीं डिविलियर्स शून्य के स्कोर पर नाबाद रहे। मैल्कम ने 57 रन देकर 9 विकेट झटके और इंग्लैंड ने अफ्रीका को मुकाबला हराया।
ब्रॉड ने किया ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी को तहस-नहस
2015 एशेज सीरीज के चौथे मैच के दौरान ट्रेंट ब्रिज में इंग्लिश पेसर स्टुअर्ट ब्रॉड ने मैच के पहले ही दिन ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी को तहस-नहस कर दिया था। ब्रॉड ने मात्र 15 रन खर्च करके 8 विकेट झटके और ऑस्ट्रेलिया को 60 रनों के मामूली स्कोर पर समेट दिया। इंग्लैंड ने ब्रॉड की उस मैच जिताउ स्पेल की बदौलत मुकाबले को पारी और 78 रनों से जीत लिया था।
कुंबले की ऐतिहासिक गेंदबाजी
1999 में दिल्ली में दूसरे टेस्ट के दौरान भारतीय दिग्गज लेग स्पिनर अनिल कुंबले ने चिर-प्रतिद्वंदी पाकिस्तान के खिलाफ ऐतिहासिक गेंदबाजी की थी। 420 रनों के बड़े स्कोर का पीछा करते हुए पाकिस्तान एक समय बिना किसी नुकसान के 101 रन बना चुका था, लेकिन कुछ समय बाद वे 207 के स्कोर पर सिमट गए। कुंबले ने 74 रन देकर सभी 10 विकेट अपने नाम कर लिए थे।