कप्तान बनने की रेस में आगे थे अजय जडेजा और कुंबले, इस तरह बन गए गांगुली
पिछले महीने पूर्व सिलेक्टर चेयरमैन चंदू बोर्डे ने बताया था कि किस तरह सौरव गांगुली को भारतीय टीम की कप्तानी सौंपी गई थी। अब उस समय सिलेक्शन पैनल के सदस्य रहे अशोक मल्होत्रा ने गांगुली को कप्तानी सौंपे जाने की एक और अहम जानकारी दी है। स्पोर्ट्सकीड़ा के साथ फेसबुक लाइव पर बात करते हुए मल्होत्रा ने बताया कि सचिन तेंदुलकर के कप्तानी छोड़ने के बाद अजय जडेजा और अनिल कुंबले कप्तान बनने की रेस में सबसे आगे थे।
गांगुली को उप-कप्तान बनाना बेहद कठिन था- मल्होत्रा
इंडियन क्रिकेटर्स एसोसिएशन (ICA) चीफ मल्होत्रा ने बताया कि उस समय गांगुली को उप-कप्तान बनाना भी काफी कठिन काम था। उन्होंने बताया, "गांगुली को उप-कप्तान बनाना बेहद कठिन था। हमने उन्हें कोलकाता में चुना और कोच ने आकर कहा कि वह बहुत ज़्यादा कोक पीते हैं और डबल की बजाय केवल सिंगल लेते हैं। मैंने कहा कि कोक पीने से वह उप-कप्तान बनने से नहीं चूक सकते।"
बाद में हम गांगुली को उप-कप्तान बनाने में रहे सफल- मल्होत्रा
मल्होत्रा ने आगे बताया कि प्रेसीडेंट ने सिलेक्शन में प्रवेश किया और यह BCCI इतिहास में पहली बार था कि प्रेसीडेंट इसमें हस्तक्षेप कर रहे थे। उन्होंने कहा, "मैं और एक अन्य गांगुली के पक्ष में डटे रहे, लेकिन एक सिलेक्टर ने कहा कि हमें प्रेसीडेंट के साथ जाना चाहिए। हमने उन्हें उप-कप्तान नहीं बनाया, लेकिन बाद में हम ऐसा करने में सफल रहे। मुझे पता है कि वह महान कप्तान बने, लेकिन उन्हें उप-कप्तान बनाना भी काफी कठिन रहा।"
सचिन के बाद कुंबले और जडेजा थे आगे- मल्होत्रा
मल्होत्रा ने कहा, "हम में से किसी को नहीं पता था कि गांगुली कप्तान बनेंगे क्योंकि उस समय सचिन कप्तान थे। एक बार उन्होंने अपना पद छोड़ा तो हमें सबको राजी करना पड़ा क्योंकि कुंबले और जडेजा इस रेस में आगे थे।"
बोर्डे ने बताई थी सचिन के राजी नहीं होने पर गांगुली को कप्तान बनाने की बात
बोर्डे ने बताया था कि सचिन कप्तानी करने को तैयार नहीं थे और 2000 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 2-0 से टेस्ट सीरीज़ गंवाने के बाद उन्होंने कप्तानी छोड़ दी। उन्होंने आगे कहा था, "मेरे कई साथी मुझसे परेशान हो गए थे। वे पूछते थे कि मैं क्यों लगातार सचिन को राजी करने की कोशिश करता हूं। हमें भविष्य का कप्तान चाहिए था और अंत में हमने गांगुली को कप्तान बनाया।"
ऐसे रहे सचिन और गांगुली की कप्तानी के आंकड़े
गांगुली ने 2000 में बुरे दौरे से गुजर रही भारतीय टीम की कमान संभाली थी और 49 में से 21 टेस्ट जिताए थे। गांगुली ने 2000 में बुरे दौरे से गुजर रही भारतीय टीम की कमान संभाली थी और 49 में से 21 टेस्ट जिताए थे। सचिन की कप्तानी में भारत ने 25 टेस्ट में से केवल चार में जीत मिली। उनकी कप्तानी में भारत ने 73 में से 43 वनडे गंवाए और उन्हें केवल 23 में ही जीत मिली।