भारतीय बल्लेबाजों द्वारा 90 के दशक में खेली गई पांच बेस्ट वनडे पारियां
भारतीय क्रिकेट टीम में हमेशा कुछ अच्छे बल्लेबाज रहे हैैं और उन्होंने कई ऐसी पारियां खेली हैं जो दशकों तक याद रखी जाएंगी। 1990 का दौरा ऐसा था जब कपिल देव, रवि शास्त्री और कृष्णमचारी श्रीकांत जैसे खिलाड़ी अपने करियर के अंतिम पड़ाव में थे। इनके जाने के बाद भारतीय टीम को कुछ नए खिलाड़ी मिले। एक नजर डालते हैं इन्हीं खिलाड़ियों द्वारा 90 के दशक में खेली गई पांच बेस्ट वनडे पारियों पर।
90 के दशक में किसी भारतीय का सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर
1999 में भारत दौरे पर आई न्यूजीलैंड टीम को क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर के बल्ले की आग को झेलना पड़ा था। सचिन ने 150 गेंदों में 20 चौके और तीन छक्कों की मदद से नाबाद 186 रनों की पारी खेली थी जो उस समय किसी भारतीय का सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर था। भारत ने 376/2 का विशाल स्कोर खड़ा किया था जिसके जवाब में किवी टीम 202 के स्कोर पर ही सिमट गई थी।
विश्व कप में आई 'दादा' की आंधी
इंग्लैंड में खेले गए 1999 विश्वकप में श्रीलंका के खिलाफ सौरव गांगुली का बल्ला खूब चला था। छह के स्कोर पर पहला विकेट गंवाने वाली भारतीय टीम के लिए गांगुली ने 158 गेंदों में 17 चौके और सात छक्कों की बदौलत 183 रनों की पारी खेली और भारत ने 373/6 का बड़ा स्कोर खड़ा किया। श्रीलंका को 216 पर समेटकर भारत ने 157 रनों से मैच अपने नाम किया था। यह गांगुली का वनडे का सर्वोच्च स्कोर है।
न्यूजीलैंड में द्रविड़ ने दिखाया अपना क्लास
जनवरी 1999 में न्यूजीलैंड दौरे पर पहले वनडे मैच में भारत ने तीसरे ओवर में ही सचिन तेंदुलकर का विकेट गंवा दिया था। राहुल द्रविड़ ने इसके बाद 123 गेंदों में नाबाद 123 रनों की पारी खेली थी और अन्य बल्लेबाजों के फेल रहने पर भारत को 257/5 के स्कोर तक पहुंचाया था। डकवर्थ-लुईस के आधार पर 39 ओवर में मिले 200 रनों के लक्ष्य को न्यूजीलैंड ने 38 ओवरों में हासिल कर लिया था।
जिम्बाब्वे के खिलाफ अजहरुद्दीन ने खेली अदभुत पारी
1998 में पेप्सी त्रिकोणीय श्रंख्ला के मुकाबले में जिम्बाब्वे के खिलाफ भारत 26 के स्कोर पर तीन विकेट गंवा चुका था। इसके बाद कप्तान अजहरुद्दीन ने 150 गेंदों में नाबाद 153 रन बनाए और अजय जडेजा (116*) के साथ भारत को 301/3 के स्कोर तक पहुंचाया। ग्रांड फ्लावर (102) की शानदार पारी के बावजूद जिम्बाब्वे 269 के स्कोर पर सिमट गया था और भारत ने 32 रन से मैच जीत लिया था।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विश्वकप में अकेले खड़े रहे जडेजा
1999 विश्व कप के सुपर सिक्स के पहले मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 283 रनों का लक्ष्य दिया था। लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम 17 के स्कोर तक सचिन, गांगुली, द्रविड़ और अजहरुद्दीन के विकेट गंवा चुकी थी। अजय जडेजा ने 138 गेंदों में नाबाद 100 रन बनाए और रॉबिन सिंह (75) के साथ 141 रनों की साझेदारी की। हालांकि, भारत 205 के स्कोर पर ही सिमट गया था।