क्या IPL के मैचों के दौरान घर से ही होगी कमेंट्री?
क्या है खबर?
बीते 18 जुलाई को दक्षिण अफ्रीका में एक अनोखा मैच खेला गया। इस मैच में 8-8 खिलाड़ियों वाली तीन टीमों ने 36 ओवर के खेल में हिस्सा लिया।
मैच के नियमों की तरह इसकी कमेंट्री भी अनोखी रही क्योंकि भारत के अलग-अलग शहरों से लोगों ने अपने घर में बैठकर इसकी कमेंट्री की थी।
इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) का आयोजन UAE में होना है और क्या इसमें भी इसी तरह की कमेंट्री कराई जा सकती है? आइए जानते हैं।
स्टार का प्रयोग
इस तरह देश के अलग-अलग हिस्सों से की गई कमेंट्री
दक्षिण अफ्रीका में हुए मैच के लिए इरफान पठान बड़ौदा, दीपदास गुप्ता कोलकाता और संजय मांजरेकर मुंबई से हिंदी कमेंट्री कर रहे थे।
कोरोना को देखते हुए स्टार स्पोर्ट्स ने वर्चुअल कमेंट्री का प्रयोग किया और उनके कर्मचारी भी देश के अलग-अलग हिस्सों से काम कर रहे थे।
प्रदर्शनी मैच में स्टार का प्रयोग काफी सफल रहा और IPL के लिए हिंदी-अंग्रेजी के अलावा क्षेत्रीय भाषाओं के लिए कमेंट्री फ्रॉम होम का इस्तेमाल किया जा सकता है।
इरफान की प्रतिक्रिया
इरफान ने इस प्रयोग को बताया जादू
पठान ने PTI से बताया कि यह अनुभव शानदार था, बावजूद इसके कि उन्हें इंटरनेट स्पीड का डर लगा हुआ था।
उन्होंने आगे कहा, "लाइव क्रिकेट में कभी भी कुछ भी हो सकता है और टेक्नोलॉजी पूरी तरह हाथ में नहीं होने के कारण यह पेचीदा हो सकता है, लेकिन स्टार ने बेहतरीन काम किया।"
पठान ने यह भी कहा कि भले ही यह सफल रहा, लेकिन IPL में ऐसा करना बड़ी चुनौती होगी।
दीपदास गुप्ता
IPL में वर्चुअल कमेंट्री के लिए करना होगा सुधार- दीपदास
दीपदास गुप्ता ने WION से बात करते हुए कहा कि यदि IPL खेलने के लिए 160 खिलाड़ी UAE जा सकते हैं तो फिर 15-20 कमेंटेटर्स के जाने से क्या फर्क पड़ेगा?
उन्होंने आगे कहा, "IPL में वर्चुअल कमेंट्री पहला विकल्प नहीं होगा, लेकिन यह एक विकल्प जरूर होगा। टेक्नोलॉजी के हिसाब से यह काफी बड़ा होगा। यदि IPL में वर्चुअल कमेंट्री करानी है तो फिर इसमें थोड़ा सुधार लाना होगा। प्रैक्टिस के साथ चीजें अच्छी होंगी।"
कमेंट्री
IPL में पहले से मौजूद हैं इस तरह की चीजें
IPL के लिए स्टार तगड़ी तैयारी करती है और इसका दो तिहाई हिस्सा हिंदी के लिए किया जाता है।
टूर्नामेंट के दौरान प्रोडक्शन टीम 10 फीड देती है जिसमें मुंबई के स्टूडियो में बैठकर भी कमेंट्री होती है।
हालांकि, हिंदी टीम का सारा काम मैदान से ही कराया जाता है और उन्हें कमेंट्री बॉक्स में भी तवज्जो मिलती है।
मुंबई से जिस तरह पिछले साल काम कराया गया था उसी को और आगे बढ़ाया जा सकता है।
दिक्कत
वर्चुअल कमेंट्री के दौरान आई थी ये दिक्कतें
पठान कमेंट्री के लिए एक कमरे में बंद हो गए थे, लेकिन उनका बेटा लगातार आकर दरवाजा खटखटा रहा था।
इसके अलावा सभी लोगों को अपनी इंटरनेट स्पीड ज्यादा करानी पड़ी थी।
भारत में इंटरनेट की स्पीड को लेकर दिक्कत जगजाहिर है और लाइव प्रोडक्शन में इसकी दिक्कत हुई थी।
इसके अलावा एक-दूसरे को देख नहीं पाने के कारण सबको रुकने और बोलने में दिक्कत हो रही थी।