सही हैं सैमी के IPL में रंगभेद के आरोप, इशांत शर्मा की इंस्टाग्राम पोस्ट है प्रूफ
क्या है खबर?
वेस्टइंडीज को दो बार टी-20 विश्वकप जिताने वाले पूर्व कप्तान डेरेन सैमी ने हाल ही में खुद को इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में रंगभेद की बात कही थी। उन्होंने कहा था कि उन्हें IPL के दौरान कालू बलाया गया था।
सैमी की इस बात से उस समय सनराइजर्स हैदराबाद में उनके साथी खिलाड़ी रहे कई लोगों ने इंकार किया था।
हालांकि, 2014 की इशांत शर्मा की एक इंस्टा पोस्ट में सैमी को साफ तौर पर 'कालू' लिखा गया है।
चेतावनी
सैमी ने दी है आज ही चेतावनी
सैमी ने एक बार फिर इंस्टाग्राम पर वीडियो अपलोड किया है और इस बार उन्होंने उन पर रंगभेदी टिप्पणी करने वालों को चेतावनी दी है।
उन्होंने कहा है कि वह उन सभी खिलाड़ियों से बात करेंगे और पहले उनसे पूछेंगे कि अब उनका क्या कहना है। लोगों से बात होने के बाद वह सबके नाम सामने लाएंगे।
हालांकि, सैमी के कुछ कहने के पहले ही इशांत की इंस्टा पोस्ट सामने आ गई है, जिसमें उन्होंने सैमी को 'कालू' कहा है।
घटना से इंकार
हाल ही में कई खिलाड़ियों ने किया था ऐसी घटना से इंकार
भारतीय विकेटकीपर पार्थिव पटेल और पूर्व भारतीय क्रिकेटर वेणुगोपाल राव ने इस तरह की किसी भी घटना से इंकार किया था।
इरफान पठान ने भी सनराइजर्स में ऐसी घटना से इंकार किया था, लेकिन उनका कहना था कि भारत के घरेलू क्रिकेट में दक्षिण भारतीय क्रिकेटर्स के साथ ऐसी घटनाएं होती रहती हैं।
हालांकि, दो दिन भी नहीं हुए और इन क्रिकेटर्स का दावा गलत साबित हो चुका है।
शुरुआत
सैमी ने इंस्टा स्टोरी के जरिए निकाली थी भड़ास
आमतौर पर शांत और खुशमिजाज स्वभाव के सैमी ने बीते शनिवार को इंस्टाग्राम स्टोरी के जरिए अपनी भड़ास निकाली थी।
उन्होंने अपनी स्टोरी में लिखा, 'मुझे अभी पता चला है कि कालू का क्या मतलब होता है। सनराइजर्स के लिए खेलते समय मुझे और परेरा को इसी नाम से बुलाया जाता था। मुझे लगा कि इसका मतलब मजबूत इंसान होता है। मैं इससे बेहद गुस्सा हूं।'
क्रिस गेल
गेल ने भी दिया था सैमी की बातों को समर्थन
सैमी के अलावा वेस्टइंडीज के स्टार बल्लेबाज क्रिस गेल ने भी रंगभेदी टिप्पणियों का सामना करने की बात कही थी।
गेल ने अपनी इंस्टा स्टोरी पर लिखा था, 'मैंने विश्व के कई जगहों का भ्रमण किया है और लगभग हर जगह ही काला होने के कारण मुझे रंगभेदी टिप्पणियों का सामना करना पड़ा है।'
सैमी ने तो ICC से भी रंगभेदी और नस्लभेदी टिप्पणियों के खिलाफ बोलेने की बात कही थी।