जानिए क्यों चौथे टेस्ट में है पिंक थीम, और कैसे भारतीय टीम के दीवाने हुए ऑस्ट्रेलियन
सिडनी में खेले जा रहे चौथे टेस्ट में मैदान से लेकर खिलाड़ी तक सभी पिंक-पिंक नज़र आ रहे हैं। भारतीय कप्तान कोहली ने भी बैटिंग के दौरान पिंक ग्लव्स पहने थे। इसके साथ उनके बल्ले पर भी पिंक ग्रिप चढ़ी हुई थी। अंपायर की कैप पर बना ICC का लोगो और स्टंप तक पिंक कलर का है। दरअसल, ग्लेन मैक्ग्रा की संस्था 'ग्लेन मैक्ग्रा फाउंडेशन' ने ब्रेस्ट कैंसर के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए यह कदम उठाया है।
पिछले 10 सालों से पिंक टेस्ट का आयोजन कर रहा है ऑस्ट्रेलिया
ऑस्ट्रेलिया पूर्व तेज़ गेंदबाज़ मैक्ग्रा की यह संस्था ब्रेस्ट कैंसर के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए होम सीज़न के सिडनी में खेले जाने वाले मैच में स्पेशल अभियान चलाता है। मैच में लोग अपना समर्थन जताने के लिए पिंक रंग के कपड़े पहनते हैं और साथ ही स्टंप से लेकर स्टेडियम की अधिकांश चीजों को पिंक कलर में रंग दिया जाता है। पिछले दस वर्षों से आस्ट्रेलिया पिंक टेस्ट मैच का आयोजन कर रहा है।
भारतीय टीम ने भी दिया योगदान
मैक्ग्रा फाउंडेशन के लिये धन जुटाने में मदद करते हुए भारतीय क्रिकेटरों ने ग्लेन मैक्ग्रा को अपने हस्ताक्षर वाली गुलाबी टोपी दी। यह फाउंडेशन स्तन कैंसर के प्रति जागरूकता फैलाने और पीड़ितों की मदद करने से जुड़ा है। विराट कोहली के दस्तानों और पैड पर गुलाबी रंग की पट्टी बांधने पर मैक्ग्रा फाउंडेशन ने अपने ट्विटर पेज पर लिखा, "यह देखकर बहुत अच्छा लगा कि भारतीय टीम मैदान पर ही नहीं बल्कि मैदान के बाहर भी लाजवाब है। शानदार समर्थक।"
ग्लेन मैक्ग्रा फाउंडेशन ने की भारतीय टीम की तारीफ
जानिए क्यों ग्लेन मैक्ग्रा करते हैं ये नेक काम?
आपको जानकर हैरानी होगी कि जो ग्लेन मैक्ग्रा आज लोगों को कैंसर के प्रति जागरुक कर रहे हैं वह खुद इस गंभीर बीमारी के भुक्तभोगी रहे हैं। दरअसल मैक्ग्रा की पत्नी जेन मैक्ग्रा की मौत ब्रेस्ट कैंसर की वजह से हुई थी। जिसके बाद उन्होंने अपनी पत्नी की याद में ब्रेस्ट कैंसर के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए यह कदम उठाया। इस टेस्ट मैच से जुटाई गई पूरी राशि ग्लेन मैक्ग्रा फाउंडेशन को दी जाती है।
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