जन्मदिन विशेष: सौरव गांगुली 51 साल के हुए, जानें उनके क्रिकेट करियर के रिकॉर्ड्स और आंकड़े
भारतीय क्रिकेट में समय-समय पर ऐसे सितारे चमके जिन्होंने अलग-अलग दौर में अपनी चमक बिखेरी। किसी ने बल्ले से तो किसी गेंद से कमाल दिखाते हुए फैंस के दिल में जगह बनाई। इन सबसे इतर हम ऐसी शख्सियत के बारे में बात करने जा रहे हैं जिसने भारतीय क्रिकेट टीम को लड़ना और जीतना दोनों सिखाया। 'दादा' के नाम से मशहूर सौरव गांगुली शनिवार को 51 साल के हो गए हैं। आइए उनसे जुड़ी बातों के बारे में जानते हैं।
गांगुली ने डेब्यू टेस्ट मैच में जड़ा था शतक
गांगुली के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर की शुरुआत वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम के खिलाफ (11 जनवरी, 1992) वनडे मैच से हुई थी। टेस्ट मैच खेलने के लिए उन्हें लगभग 4 साल तक इंतजार करना पड़ा था। हालांकि, उनका डेब्यू धमाकेदार रहा था। उन्होंने इंग्लैंड क्रिकेट टीम के खिलाफ (20 जून, 1996) लॉर्ड्स में खेले गए अपने पहले टेस्ट मैच में ही शानदार शतक जमाया था। उन्होंने पहली पारी में 301 गेंदों में 20 चौकों की मदद से 131 रन बनाए थे।
गांगुली के साथ ही राहुल द्रविड़ ने भी किया था टेस्ट डेब्यू
वर्तमान में भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम के हेड कोच राहुल द्रविड़ ने भी गांगुली के साथ ही टेस्ट डेब्यू किया था। हालांकि, द्रविड़ (95 रन) कुछ दुर्भाग्यशाली रहे थे और केवल 5 रन से शतक जमाने से चूक गए थे।
गांगुली के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में आंकड़े
गांगुली ने अपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर में कुल 424 मैच खेले थे। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट के 113 मैचों में 42.18 की औसत से 7,212 रन बनाए थे। उनके नाम 1 दोहरा शतक, 16 शतक और 35 अर्धशतक दर्ज हैं। वनडे क्रिकेट में उन्होंने 311 मैचों में 40.73 की औसत से 11,363 रन बनाए थे, जिसमें उनके 22 शतक और 72 अर्धशतक शामिल रहे। टेस्ट मैचों में उन्होंने 32 विकेट लिए थे और वनडे में उनके नाम 100 विकेट दर्ज हैं।
IPL में कैसे रहे गांगुली के आंकड़े?
गांगुली ने इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में 59 मैच खेले थे। इनमें उन्होंने 25.45 की औसत से 1,349 रन अपने नाम किए थे। उन्होंने इस लीग में 91 के उच्चतम स्कोर के साथ 7 अर्धशतक भी जमाए थे।
गांगुली ने जगाई टीम में लड़ने और जीतने की भूख
गांगुली ने साल 2000 में मुश्किल वक्त (मैच फिक्सिंग कांड) में भारतीय टीम की कमाल संभाली थी। उसी साल उन्होंने चैंपियंस ट्रॉफी में टीम को फाइनल में पहुंचाया था। उसके बाद 2001 में भारत ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम को 2-1 से हराया। वनडे विश्व कप 2023 में भारत को फाइनल तक पहुंचाने का श्रेय भी गांगुली को ही जाता है। साल 2004 में पाकिस्तान में भारत की पहली टेस्ट सीरीज जीत भी गांगुली ने ही दिलाई थी।
ICC टूर्नामेंट्स में बतौर कप्तान सबसे ज्यादा शतक गांगुली के नाम
गांगुली (6) ने नाम ICC टूर्नामेंट्स में बतौर कप्तान सर्वाधिक शतक जमाने का रिकॉर्ड दर्ज है। उनके बाद पूर्व क्रिकेटर रिकी पोटिंग (5) और केन विलियमसन (3) का नाम है। गांगुली के नाम ICC टूर्नामेंट में भारत की ओर से सर्वोच्च पारी खेलने का रिकॉर्ड भी दर्ज है। उन्होंने वनडे विश्व कप 1999 में श्रीलंका के खिलाफ 183 रन की पारी खेली थी। गांगुली के बाद कपिल देव (175*) और वीरेंद्र सहवाग (175) का नाम है।
क्रिकेटर से खेल प्रशासक बनने तक का सफर
क्रिकेट से संन्यास के बाद गांगुली ने बतौर खेल प्रशासक भी अहम पारी खेली है। वह बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन (CAB) और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। वर्तमान में वह दिल्ली कैपिटल्स से जुड़े हुए हैं।