साहा को धमकी भरे मैसेज मामले की जांच के लिए BCCI ने बनाई जांच समिति
भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज रिद्धिमान साहा को पत्रकार द्वारा धमकी भरे मैसेज भेजे जाने के मामले पर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने अपनी कार्यवाही शुरू कर दी है। BCCI ने इस मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी का गठन कर दिया है। इस कमेटी में बोर्ड के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला भी शामिल हैं और कमेटी अगले हफ्ते की शुरुआत में जांच शुरू कर सकती है। आइए जानते हैं पूरी खबर।
ये तीन लोग हैं जांच कमेटी का हिस्सा
BCCI द्वारा बनाई गई इस कमेटी में राजीव शुक्ला के अलावा बोर्ड के कोषाध्यक्ष अरुण सिंह धूमल और अपेक्स काउंसिल के सदस्य प्रभतेज सिंह भाटिया भी शामिल हैं। साहा ने पिछले हफ्ते जब इस मामले को ट्विटर पर सबके सामने लाया था तो उन्हें रवि शास्त्री समेत कई पूर्व खिलाड़ियों की ओर से पुरजोर समर्थन मिला था। इंडियन क्रिकेटर्स एसोसिएशन ने भी अपना बयान जारी करते हुए इस मामले पर कड़ी नाराजगी जाहिर की थी।
बोर्ड ने पहले ही दिया था जांच का आश्वासन
साहा द्वारा मामले को सबके सामने लाए जाने के बाद ही बोर्ड ने इसका संज्ञान ले लिया था और जांच कराने का आश्वासन दे दिया था। भले ही साहा यह साफ कर चुके हैं कि वह धमकी भरे मैसेज भेजने वाले पत्रकार के नाम का खुलासा नहीं करेंगे, लेकिन इसके बावजूद बोर्ड अपनी तरफ से मामले की जांच कराने का फैसला ले चुकी है। अब यह देखना होगा कि इस जांच के बाद बोर्ड क्या कदम उठाएगी
साहा को भी मिल सकता है BCCI की ओर से नोटिस
इस मामले की जांच के अलावा साहा पर खुद BCCI को जवाब देने का मामला बन रहा है। बीते शुक्रवार को ही कोषाध्यक्ष धूमल ने बताया था कि बोर्ड साहा को कारण बताओ नोटिस जारी करने पर विचार कर रही है। सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में शामिल साहा पर कॉन्ट्रैक्ट के क्लॉज 6.3 को तोड़ने का आरोप लगा है। इस क्लॉज के मुताबिक कॉन्ट्रैक्ट में शामिल खिलाड़ी बोर्ड या टीम को लेकर मीडिया में बयान नहीं दे सकता है।
द्रविड़ और गांगुली को लेकर साहा ने क्या बयान दिया था?
श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट सीरीज से बाहर होने के बाद साहा ने कोच द्रविड़ को लेकर एक बड़ा बयान दिया था। साहा ने कहा था कि द्रविड़ ने उन्हें संन्यास लेने की सलाह दी है। इसके अलावा उन्होंने BCCI अध्यक्ष सौरव गांगुली का नाम लेते हुए कहा था कि कानपुर में न्यूजीलैंड के खिलाफ अर्धशतक लगाने के बाद गांगुली ने उन्हें आश्वासन दिया था कि वह टीम से बाहर नहीं होंगे।
द्रविड़ ने दी थी साहा को संन्यास लेने का सुझाव वाले अपने बयान पर सफाई
द्रविड़ ने कहा था कि उनके मन में साहा के प्रति काफी इज्जत हैं और इसी कारण वह अपने खिलाड़ी को सच्चाई बताना चाहते थे। उन्होंने आगे कहा, "वह सच्चाई और ईमानदारी पाने के हकदार हैं। मैं नहीं चाहता था कि उन्हें यह बात मीडिया के जरिए पता चले। इस साल हमें केवल तीन टेस्ट खेलने हैं और पंत हमारे पहले नंबर के विकेटकीपर हैं। हम उनके साथ एक युवा विकेटकीपर को तैयार करना चाहते हैं।"