चैपल के समय मुझे खेल की बजाय अन्य कारणों से किया गया था बाहर- सौरव गांगुली
क्या है खबर?
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और वर्तमान भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) प्रेसीडेंट सौरव गांगुली ने अपने करियर के सबसे मुश्किल दौर को लेकर बातचीत की है।
ग्रेग चैपल जब भारतीय टीम के कोच थे उस समय गांगुली को टीम से बाहर किया गया था। अब गांगुली ने कहा है कि उन्हें उनके खेल के लिए बाहर नहीं किया गया था। गांगुली के मुताबिक उन्हें ऐसी चीज के लिए बाहर किया गया जिस पर उनका वश नहीं था।
बयान
मुझे मेरे खेल के लिए नहीं किया गया था बाहर- गांगुली
गांगुली को जब टीम से बाहर किया गया था तब वह वनडे में चौथी रैंकिंग के बल्लेबाज थे।
उन्होंने कहा, "क्या आप सोच सकते हैं कि विश्व रैंकिंग में चौथे नंबर का बल्लेबाज और जिसने 10 सालों में दुनिया के हर कोने में रन बनाए हों उसे टीम से बाहर किया जाए। यही कारण है कि मैं बोलता हूं कि मुझे मेरे खेल के अलावा किसी अन्य चीज के लिए बाहर किया गया था।"
दिक्कत
खेल की बजाय अन्य कारणों से बाहर होने से थी दिक्कत- गांगुली
गांगुली का कहना है कि उन्हें केवल इस बात से दिक्कत थी कि जब उनका खेल सही है तो फिर उन्हें क्यों बाहर किया गया।
उन्होंने कहा, "मैंने भारत के लिए बिना ब्रेक लिए 13 सालों तक लगातार खेला था। आज के समय में खिलाड़ी ब्रेक लेते हैं, लेकिन मैंने ऐसा कुछ नहीं किया था। मैंने उन 4-6 महीनों को अपने करियर में ब्रेक के तौर पर लिया था।"
शुरुआत
कैसे शुरु हुआ था गांगुली और चैपल के बीच विवाद?
चैपल 2005 में भारत के कोच बने थे और उन्हें लाने में सबसे बड़ा योगदान गांगुली का ही था। दोनों के बीच विवाद तब शुरु हुआ जब जिम्बाब्वे दौरे पर चैपल ने गांगुली से कप्तानी छोड़ने को कहा। इसके अलावा चैपल ने गांगुली को टीम से बाहर करने के बारे में भी बोला था।
इससे गुस्सा होकर गांगुली वापस भारत लौटना चाहते थे। फिर चैपल ने गांगुली पर चोट का बहाना करने का आरोप लगाया था।
टीम से बाहर
बढ़ते विवाद के बीच टीम से बाहर किए गए थे गांगुली
चैपल ने गांगुली की शिकायत करते हुए BCCI को मेल भेजा था जो बाद में लीक हो गया था। इसके बाद चैपल और गांगुली के बीच विवाद बढ़ गया और गांगुली को टीम से बाहर कर दिया गया।
वापसी करके गांगुली ने खूब रन बनाए और अपना महत्व फिर से साबित किया। कई पूर्व भारतीय खिलाड़ी इस बात को स्वीकार कर चुके हैं कि चैपल खिलाड़ियों को आपस में लड़ाते थे।