साहा को संन्यास लेने का सुझाव देने वाले बयान पर राहुल द्रविड़ ने दी प्रतिक्रिया
बीते शनिवार (19 फरवरी) को भारत ने श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए अपनी टीम घोषित की थी और इसके बाद से ही रिद्धिमान साहा चर्चा का विषय बने हुए हैं। साहा को टेस्ट टीम में जगह नहीं मिली है और उन्होंने बयान दिया है कि कोच राहुल द्रविड़ ने उन्हें संन्यास लेने का सुझाव दिया था। वेस्टइंडीज के खिलाफ टी-20 सीरीज में क्लीन स्वीप करने के बाद द्रविड़ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस बयान का जवाब दिया है।
साहा की बातों से दुख नहीं हुआ, उनको बताना चाहता था सच्चाई- द्रविड़
द्रविड़ ने कहा कि उनके मन में साहा के प्रति काफी इज्जत हैं और इसी कारण वह अपने खिलाड़ी को सच्चाई बताना चाहते थे। उन्होंने आगे कहा, "वह सच्चाई और ईमानदारी पाने के हकदार हैं। मैं नहीं चाहता था कि उन्हें यह बात मीडिया के जरिए पता चले। इस साल हमें केवल तीन टेस्ट खेलने हैं और पंत हमारे पहले नंबर के विकेटकीपर हैं। हम उनके साथ एक युवा विकेटकीपर को तैयार करना चाहते हैं।"
नवंबर में आखिरी बार खेलने वाले साहा ने क्या बयान दिया था?
साहा ने न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज के दोनों मैच खेले थे। इस दौरान उन्होंने कानपुर में खेले गए पहले टेस्ट की दूसरी पारी में नाबाद 61 रनों की पारी खेली थी। दूसरे टेस्ट में उन्होंने 27 और 13 के स्कोर बनाए थे। उन्होंने बयान दिया है कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) अध्यक्ष सौरव गांगुली ने भरोसा दिया था कि उनकी जगह खतरे में नहीं है, लेकिन द्रविड़ ने सीधे संन्यास लेने का सुझाव दे दिया था।
कोच बनने के बाद लगातार कठिन परिस्थितियों का सामना कर रहे हैं द्रविड़
द्रविड़ के भारतीय टीम का कोच बनने के बाद लगातार कई चीजें हुई हैं। सबसे पहले तो विराट कोहली से वनडे टीम की कप्तानी ले ली गई थी और फिर भारत को दक्षिण अफ्रीका में टेस्ट और वनडे सीरीज गंवाने पड़ेे थे। इसके बाद कोहली ने टेस्ट की कप्तानी भी छोड़ दी थी। सीनियर खिलाड़ियों अजिंक्या रहाणे, चेतेश्वर पुजारा और इशांत शर्मा को टेस्ट टीम से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है।
भारत के लिए 40 टेस्ट खेल चुके हैं साहा
2010 में टेस्ट डेब्यू करने वाले साहा ने भारत के लिए 40 टेस्ट खेले हैं, लेकिन इस दौरान उनके बल्ले से केवल 1,353 रन ही निकले हैं। साहा ने टेस्ट में तीन शतक और छह अर्धशतक लगाए हैं। हालांकि, साहा को एशिया की टर्न लेती पिचों पर बेहतरीन विकेटकीपिंग के लिए तरजीह मिलती रही है। उन्होंने टेस्ट में 92 कैच लेने के अलावा 12 स्टंपिंग भी किए हैं।
नई भारतीय टीम तैयार करने की ओर कदम बढ़ा चुके हैं द्रविड़
इस साल टी-20 और अगले साल क्रिकेट विश्व कप को देखते हुए द्रविड़ ने एक अच्छी टीम बनाने की ओर कदम बढ़ा दिए हैं। हाल ही में वेस्टइंडीज के खिलाफ हुई घरेलू सीरीज में युवा खिलाड़ियों को खूब मौके दिए गए थे। टीम एक पोजीशन के लिए कम से कम दो दावेदार रखने की कोशिश करती दिख रही है। इसके अलावा टेस्ट क्रिकेट में भी युवा खिलाड़ियों को मौका दिए जाने पर जोर लगाया जा रहा है।