टी-20 विश्व कप में खिलाड़ियों और टीमों के अहम रिकार्ड्स पर एक नजर
टी-20 विश्व कप के सुपर-12 राउंड की शुरुआत 23 अक्टूबर को ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के बीच होने वाले मुकाबले से हो जाएगी। अब तक टी-20 विश्व कप के छह संस्करण खेले जा चुके हैं, जिसमें कई बड़े रिकार्ड्स बने हैं। इनमें व्यक्तिगत और टीम, दोनों तरह के रिकार्ड्स शामिल हैं। ऐसे में आइए एक नजर डालते हैं ऐसे ही अहम रिकार्ड्स पर जो अब तक टी-20 विश्व कप में देखने को मिले हैं।
जयवर्धने के नाम दर्ज है ये अहम रिकार्ड
टी-20 विश्व कप में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड श्रीलंका के पूर्व खिलाड़ी महेला जयवर्धने के नाम है। उन्होंने 31 मैचों में 39.07 की औसत से 1,016 रन बनाए हैं। वह टी-20 विश्व कप में 1,000 से ज्यादा रन बनाने वाले विश्व के इकलौते खिलाड़ी हैं। इसके अलावा टी-20 विश्व कप में सबसे ज्यादा चौके (111) लगाने का रिकॉर्ड भी जयवर्धने के ही नाम पर है।
शाकिब के नाम दर्ज हैं ये अहम रिकार्ड्स
शाकिब अल हसन एकमात्र ऐसे खिलाड़ी हैं, जिन्होंने टी-20 विश्व कप में 30 से अधिक विकेट लिए और साथ में बल्ले से 600 से अधिक रन बनाए हैं। बांग्लादेश के दिग्गज ऑलराउंडर के नाम विश्व कप में संयुक्त रूप से तीसरे सबसे अधिक (35) विकेट दर्ज हैं। उन्होंने बल्ले से 29.34 की औसत से 675 रन बनाए हैं और वह टी-20 विश्व कप में छठे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं।
दो लगातार 'मैन ऑफ द टूर्नामेंट' जीतने वाले इकलौते खिलाड़ी हैं कोहली
विराट कोहली को टी-20 विश्व कप के 2014 और 2016 संस्करणों में 'मैन ऑफ द टूर्नामेंट' चुना गया था। वह टी-20 विश्व कप इतिहास में लगातार 'मैन ऑफ द टूर्नामेंट' पुरस्कार जीतने वाले एकमात्र खिलाड़ी हैं। 2014 में कोहली ने 77 के सर्वश्रेष्ठ स्कोर के साथ 319 रन बनाए थे। वहीं 2016 में 273 रन के साथ कोहली दूसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी थे।
टी-20 विश्व कप के एक संस्करण में सर्वश्रेष्ठ औसत है कोहली के नाम
2014 के संस्करण में कोहली का औसत 106.33 था। इसके बाद उन्होंने 2016 विश्व कप में 136.50 की औसत से रन बनाए। यह किसी भी टूर्नामेंट के किसी भी संस्करण में दर्ज किया गया सबसे अच्छा औसत है। लगातार दूसरे मौके पर कोहली का औसत 100 से अधिक रहा। कुल मिलाकर कोहली का ICC टी-20 विश्व कप (86.33) में सर्वश्रेष्ठ औसत है।
टी-20 विश्व कप में टीमों के नाम दर्ज हैं ये रिकॉर्ड
नीदरलैंड के नाम टूर्नामेंट के इतिहास में सबसे कम टीम स्कोर का रिकॉर्ड है। वह 2014 में श्रीलंका के खिलाफ 39 रनों पर ही सिमट गई थी। वेस्टइंडीज एकमात्र ऐसी टीम है जिसने दो मौकों पर टूर्नामेंट जीता है। डैरेन सैमी की कप्तानी में कैरेबियाई टीम 2012 और 2016 में खिताब जीत चुकी है। श्रीलंका (260/6) एक मैच में 250 से अधिक का स्कोर बनाने वाली इकलौती टीम है।