विश्व टेस्ट चैंपियनशिप: किस तरह टूर्नामेंट के फाइनल में जा सकता है भारत?
एजबेस्टन में खेले गए पांचवें टेस्ट में भारतीय क्रिकेट टीम को इंग्लैंड के खिलाफ सात विकेट से शिकस्त झेलनी पड़ी थी। इंग्लैंड ने 378 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए जो रूट और जॉनी बेयरेस्टो के नाबाद शतकों की बदौलत आसानी से मैच जीत लिया। इस हार के साथ ही भारत विश्व टेस्ट चैंपियनशिप की अंक तालिका में चौथे स्थान पर पहुंच गया है। आइए जानते हैं टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में जाने के लिए क्या हैं भारत की उम्मीदें।
फिलहाल क्या है भारत की स्थिति?
चार टेस्ट सीरीज खेल चुकी भारतीय टीम ने 12 में से छह टेस्ट जीते हैं और चार में उन्हें हार मिली है। इस दौरान दो मैच ड्रॉ रहे हैं। इंग्लैंड के खिलाफ एजबेस्टन टेस्ट हारने के बाद उनका अंक प्रतिशत घटकर 53.47 का हो गया था। बाद में पता चला कि धीमी ओवर गति के लिए उनके अंक काट लिए गए हैं। इसके बाद भारत का अंक प्रतिशत घटकर 52.08 का रह गया है।
फाइनल में जाने के लिए भारत को जीतने होंगे लगातार छह टेस्ट
भारत को फाइनल में जाने के अपने बचे हुए सभी छह टेस्ट जीतने होंगे। भारत को बांग्लादेश में दो और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू सीरीज में चार टेस्ट खेलने हैं। यदि ऐसा होता है तो भारत के पास 72 अंक और 68.05 का अंक प्रतिशत हो जाएगा। इस दौरान उन्हें यह भी ध्यान देना होगा कि आगे धीमी ओवर गति के लिए उनके और अंक ना कटें।
काफी मजबूत स्थिति में है ऑस्ट्रेलिया
श्रीलंका के खिलाफ पहला टेस्ट जीतने के बाद ऑस्ट्रेलिया के पास 77.78 अंक प्रतिशत हो गए हैं। तीन टेस्ट सीरीज में ऑस्ट्रेलिया ने छह मैच जीते हैं और एक भी मैच नहीं गंवाया है। उन्हें श्रीलंका के खिलाफ दूसरे टेस्ट मिलाकर अभी 10 मैच खेलने हैं। यदि वे इन 10 में से चार मैच हार भी जाएं तो भी फाइनल में पहुंच जाएंगे। फिलहाल वे अंक तालिका में पहले स्थान पर हैं।
दूसरे स्थान पर मौजूद दक्षिण अफ्रीका के लिए है कितना मौका?
दक्षिण अफ्रीका ने पांच जीत और दो हार के साथ 71.43 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं और दूसरे स्थान पर हैं। उन्हें तीन-तीन मैच के लिए इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया का दौरा करना है और दो टेस्ट के लिए वेस्टइंडीज को होस्ट करना है। उन्हें अपने बचे हुए मैचों में कम से कम 68 प्रतिशत अंक हासिल करने होंगे। यदि दक्षिण अफ्रीका ने आठ में से तीन मैच गंवा दिए तो भारत अपने सभी मैच जीतकर उनसे आगे निकल सकता है।