जन्मदिन विशेष: वेंकटेश प्रसाद 54 साल के हुए, जानिए उनके क्रिकेट करियर के किस्से और आंकड़े
क्या है खबर?
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व तेज गेंदबाज वेंकटेश प्रसाद शनिवार (5 अगस्त) को अपना 54वां जन्मदिन मना रहे हैं।
किसी समय प्रसाद की गिनती विश्व क्रिकेट के उन तेज गेंदबाजों में होती है जो सटीक लाइन लैंग्थ के लिए भी जाने जाते थे।
प्रसाद अक्सर अपनी बेबाक बयानबाजी के कारण चर्चाओं में रहते हैं। वह विभिन्न मुद्दों पर खुलकर अपनी राय रखते हैं।
आइए प्रसाद के क्रिकेट करियर से जुड़े आंकड़े और किस्सों के बारे में जानते हैं।
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इंग्लैंड के खिलाफ खेला था पहला टेस्ट मैच
प्रसाद के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर की शुरुआत न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम के खिलाफ (2 अप्रैल, 1994) में एक वडे मैच से हुई थी।
टेस्ट डेब्यू करने के लिए उन्हें 2 साल तक इंतजार करना पड़ा था। उन्होंने इंग्लैंड क्रिकेट टीम के खिलाफ पहला टेस्ट मैच 6 जून, 1996 को खेला था।
अपने 7 साल के अंतरराष्ट्रीय करियर के बाद प्रसाद ने साल 2001 में क्रिकेट को हमेशा के लिए अलविदा कह दिया था।
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1990 के दशक में श्रीनाथ के साथ बनी एक कामयाब जोड़ी
प्रसाद ने अपने साथी जवागल श्रीनाथ के साथ मिलकर 1990 के दशक के अंत में भारत के नए गेंद आक्रमण का गठन किया।
एक दुबले-पतले तेज गेंदबाज प्रसाद के पास गेंद को दोनों तरफ घुमाने की क्षमता थी और उनके पास कई तरह के धीमे कटर भी थे, जो वनडे प्रारूप में प्रभावी साबित हुए।
उन्होंने विदेश में सहायक परिस्थितियों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। टेस्ट मैचों में उन्होंने दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड और वेस्टइंडीज में 5 विकेट हॉल लिए थे।
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2000 के बाद ढलान पर आने लगा था प्रसाद का करियर
2000-2001 सीजन तक आते-आते चोटों और फॉर्म में गिरावट के कारण प्रसाद को टीम से अपनी जगह गंवानी पड़ी।
2000 के दशक तक आते-आते जहीर खान और आशीष नेहरा जैसे योग्य तेज गेंदबाजों के उद्भव के साथ प्रसाद के लिए राष्ट्रीय टीम में वापस आना काफी मुश्किल हो गया।
इसके बाद जब उनकी वापसी की आस खत्म हो गई तो उन्होंने साल 2007 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी।
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बतौर कोच प्रसाद ने किया शानदार काम
क्रिकेट से संन्यास लेने के कुछ समय बाद प्रसाद ने कोचिंग कार्यभार संभालना शुरू कर दिया।
वह भारत की अंडर-19 टीम के कोच थे जो 2006 विश्व कप में उपविजेता बनी थी।
ग्रेग चैपल युग के बाद प्रसाद को मई, 2007 में भारत का गेंदबाजी कोच नियुक्त किया गया था।
हालांकि, टी-20 विश्व कप 2009 और चैंपियंस ट्रॉफी में भारत के असफल होने के बाद उन्होंने अपनी नौकरी गंवानी पड़ी थी।
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प्रसाद से जुड़ा दिलचस्प वाक्या
प्रसाद से जुड़ा एक दिलचस्प वाक्या वनडे विश्व कप 1996 में देखने को मिला था। भारत और पाकिस्तान के बीच खेला गया क्वार्टर फाइनल मुकाबला कई लिहाज से खास था।
प्रसाद की एक गेंद पर चौका मारने के बाद पाकिस्तान के आमिर सोहेल ने उन्हें ताना मारा और खुले तौर पर उन्हें स्लेज किया।
हालांकि, अगली गेंद पर प्रसाद ने उन्हें बोल्ड कर दिया। यह विकेट निर्णायक साबित साबित हुआ और पाकिस्तान मैच हार गया।
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प्रसाद के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में आंकड़े
दाएं हाथ के गेंदबाज प्रसाद ने अपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर में कुल 194 मैच खेले हैं।
टेस्ट क्रिकेट में उन्होंने 33 मैचों में 35.00 की औसत और 2.86 की इकॉनमी रेट से 96 विकेट लिए थे। उन्होंने एक पारी में 7 बार पांच विकेट हॉल लेने का कारनामा किया था।
वनडे क्रिकेट में उन्होंने 161 मैचों में 32.31 की औसत और 4.67 की इकॉनमी रेट से 196 विकेट लिए थे। वनडे में उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 5/27 था।