जब-जब इन बल्लेबाजों ने लगाया शतक, टीम कभी नहीं हारी टेस्ट मैच
क्या है खबर?
टेस्ट क्रिकेट में किसी बल्लेबाज के धैर्य की परीक्षा होती है और इस फॉर्मेट में अब तक तमाम बल्लेबाज कई तरह के रिकॉर्ड बना चुके हैं।
यदि कोई बल्लेबाज शतक लगाता और उसकी टीम हार जाती है तो फिर उसे अपने शतक की खुशी नहीं होगी।
हालांकि, यदि बल्लेबाज का शतक अपनी टीम को हार से बचा ले जाए तो जाहिर तौर पर वह खुश होगा।
एक नजर शतक लगाने के बाद टेस्ट नहीं हारने वाले पांच बल्लेबाजों पर।
#1
भारत के लिए सफलता ही लेकर आया है माही का शतक
पूर्व भारतीय कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी भारत के लिए हमेशा लकी रहे हैं और उनका शतक टेस्ट मैच में टीम के लिए हमेशा अच्छी खबर लेकर आया है।
धोनी ने अपने टेस्ट करियर में कुल छह शतक लगाए हैं जिसमें से चार टेस्ट भारत ने जीते हैं और दो ड्रॉ रहे हैं।
90 टेस्ट में 4,876 रन बनाने वाले धोनी ने अपने करियर में 33 अर्धशतक भी लगाए हैं।
#2
स्मिथ ने दिलाई है दक्षिण अफ्रीका को काफी जीत
दक्षिण अफ्रीका के सबसे दिग्गज बल्लेबाजों में से एक ग्रीम स्मिथ ने भी टेस्ट क्रिकेट में खूब सफलता हासिल की है।
स्मिथ ने 117 टेस्ट मैचों में 27 शतक, पांच दोहरे शतक और 38 अर्धशतक सहित 9,265 रन बनाए हैं।
टेस्ट में स्मिथ द्वारा लगाए गए 27 में से 18 शतक दक्षिण अफ्रीका की जीत में आए हैं। उनके नौ शतक ड्रॉ मुकाबलो में आए हैं।
#3
दादा ने हमेशा दिखाया है जुझारूपन
सौरव गांगुली ने अपनी कप्तानी में भारतीय टीम को खड़ा करने का काम किया और आक्रामक कप्तानी करके उन्होंने टीम को हर हाल में लड़ने की क्षमता दिखाने के काबिल बनाया।
गांगुली ने अपने टेस्ट करियर में कुल 16 टेस्ट लगाए हैं जिसमें से भारत को चार में जीत मिली है और 12 टेस्ट ड्रॉ रहे हैं।
113 टेस्ट मैच में गांगुली ने 35 अर्धशतक भी लगाए हैं और 7,212 रन बनाए हैं।
#4
बेल के आंकड़े भी रहे हैं अच्छे
इंग्लैंड के लिए 118 टेस्ट मैचों में 42.69 की शानदार औसत के साथ 7,727 रन बनाने वाले इयान बेल का टेस्ट करियर काफी अच्छा रहा।
उन्होंने इंग्लैंड के लिए टेस्ट में 22 शतक लगाए, जिसमें से 15 में उन्हें जीत मिली और सात मैच ड्रॉ रहे।
बेल ने टेस्ट करियर में कुल 46 अर्धशतक भी लगाए हैं। 2004 में टेस्ट डेब्यू करने वाले बेल ने 2015 में अपना आाखिरी टेस्ट खेला था।
#5
कैरेबियन आक्रामक ओपनर का प्रदर्शन भी रहा है शानदार
वेस्टइंडीज के पूर्व महान बल्लेबाज गोर्डन ग्रीनिड्ज ने डेसमंड हेंस के साथ मिलकर अपने देश के लिए कई अदभुत ओपनिंग साझेदारियां की थीं।
आक्रामक खेल खेलना उनका स्वभाव था और वह हर टीम तथा हर तरह की परिस्थितियों में अपने आक्रामक खेल से विपक्षी टीम को मुश्किल में डालते थे।
108 टेस्ट में 7,558 रन बनाने वाले ग्रीनिड्ज के 19 में से 15 शतक जीत और चार ड्रॉ में आए हैं।