टेस्ट-वनडे और टी-20 में अलग-अलग कप्तान पर सौरव गांगुली का बयान, कही ये बड़ी बात
सौरव गांगुली को पिछले महीने 10 महीनों के लिए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) का अध्यक्ष नियुक्त किया गया। गांगुली जब से BCCI अध्यक्ष बने हैं, तब से ही भारतीय क्रिकेट के लिए बड़े-बड़े फैसले ले रहे हैं। गांगुली के कारण ही भारत 22 नवंबर से अपना पहला डे-नाइट टेस्ट खेलेगा। पिछले काफी वक्त से भारतीय टीम में स्प्लिट कैप्टेंसी यानी अलग-अलग फॉर्मेट में अलग-अलग कप्तान की बात चल रही थी। अब दादा ने इस पर अपना फैसला सुनाया है।
भारत को अलग-अलग कप्तान की ज़रूरत नहीं- गांगुली
स्प्लिट कैप्टेंसी पर बात करते हुए सौरव गांगुली ने कहा कि भारतीय टीम को इसकी ज़रूरत नहीं है। उन्होंने कहा, "स्प्लिट कैप्टेंसी हमारी प्राथमिकता नहीं है। मुझे नहीं लगता कि भारतीय टीम को अलग-अलग फॉर्मेट में अलग-अलग कप्तान की ज़रूरत है। मेरा मानना है कि इस बारे में बात करना भी उचित नहीं है।" बता दें कि पिछले काफी समय से कोहली को टेस्ट और वनडे में और रोहित को टी-20 में कप्तान नियुक्त करने की बात हो रही है।
IPL में कोहली से अच्छा है रोहित का कप्तानी रिकॉर्ड
गौरतलब है कि इंडियन प्रीमियर लीग में रोहित शर्मा का कप्तानी रिकॉर्ड विराट कोहली से काफी बेहतर है। इसी को देखते हुए कई पूर्व क्रिकेटर और प्रशंसक रोहित को टी-20 में कप्तान बनाने की मांग कर रहे थे। IPL में बतौर कप्तान रोहित का जीत प्रतिशत 58.65% का है, तो वहीं कोहली का जीत प्रतिशत 47.16% का है। हालांकि, ऑस्ट्रेलिया में अगले साल होने वाले टी-20 विश्व कप में यह साफ है कि कोहली ही भारतीय टीम का नेतृत्व करेंगे।
2020 टी-20 विश्व कप से पहले हम काफी टी-20 मैच खेल रहे हैं- गांगुली
भारतीय टीम अब से लेकर अगले साल फरवरी के बीच बांग्लादेश, वेस्टइंडीज, श्रीलंका और न्यूजीलैंड से 13 टी-20 मैच खेलेगी। गांगुली ने कहा कि ये सभी मैच अगले साल होने वाले टी-20 विश्व कप की तैयारियों के लिए महत्वपूर्ण होंगे। गांगुली ने कहा, "विश्व कप से पहले इससे ज्यादा मैचों को स्लॉट करने का समय नहीं है। मेरा मानना है कि हम काफी टी-20 मैच खेल रहे हैं। इसके अलावा हमारे पास विश्व कप से पहले IPL 2020 भी है।"
सिर्फ 10 महीनों के लिए BCCI अध्यक्ष हैं सौरव गांगुली
बता दें कि सौरव गांगुली सिर्फ 10 महीनों के लिए ही BCCI अध्यक्ष रहेंगे। इसके बाद नियमों के मुताबिक उन्हें कूलिंग ऑफ पर भेज दिया जाएगा। हालांकि, गांगुली का कहना है कि 10 महीनें बहुत होते हैं और वह अपने कार्यकाल में काफी कुछ करना चाहते हैं। उन्होंने कहा, "हम भारत में हर साल एक डे-नाइट मैच खेलेंगे, यह पक्का है। जब विदेशी दौरा होगा, तब भी हम देखेंगे कि क्या हम वहां डे-नाइट टेस्ट की सुविधा कर सकते हैं।"