डोपिंग बैन के बाद अपनी गलती से सीख ले चुके हैं पृथ्वी शॉ, कही ये बातें
भारतीय क्रिकेटर पृथ्वी शॉ को पिछले साल अनजाने में बैन पदार्थ का सेवन करने के लिए बैन किया गया था। डोपिंग के नियम इतने सख्त होते हैं कि भले ही आपने अनजाने में कोई दवाई ली हो, लेकिन जांच में पकड़े जाने के बाद आप पर कार्यवाही होनी ही है। हालांकि, शॉ का कहना है कि वह अपनी गलती से सीख ले चुके हैं और भविष्य में डॉक्टर्स से पूछे बिना कोई दवाई नहीं लेने वाले हैं।
दोबारा नहीं दोहरा सकता गलती- शॉ
शॉ ने कहा कि उन्होंने कफ सीरप लिया था और उन्हें नहीं पता था कि इसमें बैन पदार्थ है तो अब उन्हें सीख मिल गई है और आगे इस गलती को नहीं दोहराने वाले हैं। उन्होंने आगे कहा, "अब यदि मुझे साधारण दवाई भी लेनी होगी तो भी मैं डॉक्टर या फिर बीसीसीआई के लोगों से बिना पूछे नहीं लूंगा। क्रिकेट से दूर रहने का समय मेरे लिए काफी कठिन रहा था।"
साधारण दवाई लेने में भी बरतें सतर्कता- शॉ
शॉ ने आगे कहा कि आपको सतर्कता बरतनी होगी और युवा क्रिकेटर्स जिनको नहीं पता है उन्हें यह बताना चाहूंगा कि साधारण दवाई लेने में भी सतर्कता बरतिए। उन्होंने आगे कहा, "यदि आप छोटी से छोटी दवाई भी ले रहे हैं तो डॉक्टर्स से अपूर्व करा लीजिए। बेहतर होगा कि आप डॉक्टर से बैन किए गए पदार्थों के बारे में पूछ लें और मुसीबत में पड़ने से बचने के लिए जरूरी कदम उठाएं।"
शॉ पर लगा था आठ महीनों का प्रतिबंध
शॉ के मूत्र के नमूने में टर्ब्यूटालीन मिला था जो कि आमतौर पर खांसी के सीरप में होता है, लेकिन इसे खिलाड़ियों के लिए बैन किया गया है। उन्हें डोपिंग के लिए आठ महीने के लिए पिछले साल जुलाई में बैन किया गया था, लेकिन इस सजा के चार महीने निलंबित थे। चार महीने का बैन झेलने वाले शॉ ने पिछले साल दिसंबर में मैदान में वापसी की थी।
ऐसी रही बैन के बाद शॉ की वापसी
बैन से वापसी के बाद शॉ ने मुंबई के लिए अर्धशतक के साथ ही अपना पहला फर्स्ट-क्लास दोहरा शतक लगाया था। इसके बाद इंडिया ए के लिए न्यूजीलैंड ए के खिलाफ लिस्ट-ए मैच में 150, 48 और 55 का स्कोर बनाया। शॉ को न्यूजीलैंड में अपना वनडे डेब्यू करने का मौका मिला और उन्होंने वनडे सीरीज़ में 20, 24 और 40 का स्कोर बनाया। न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज़ में उन्होंने 16, 14, 54 और 14 के स्कोर बनाए थे।