टी-20 विश्व कप के प्रत्येक संस्करण ऐसा रहा है वेस्टइंडीज का प्रदर्शन, आंकड़ों समेत विस्तृत विश्लेषण
क्या है खबर?
दो बार की टी-20 विश्व कप विजेता वेस्टइंडीज को 2022 संस्करण से दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से बाहर होना पड़ा।
ये टीम सहित उन करोड़ों क्रिकेट फैंस के लिए धक्के की तरह है, जिन्हें टीम से दमदार प्रदर्शन की उम्मीद थी।
अंतिम मुकाबले में टीम आयरलैंड के खिलाफ 147 रनों का भी बचाव नहीं कर सकी।
यह दूसरी बार है जब वेस्टइंडीज टी-20 विश्व कप मुख्य दौर में शामिल नहीं होगी।
टी-20 विश्व कप में वेस्टइंडीज के प्रदर्शन का विश्लेषण करते हैं।
2007
2007 के संस्करण की शुरुआत में ही हुए बाहर
वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम को पहली बार टी-20 विश्व कप के उद्घाटन संस्करण में जल्दी बाहर होने का सामना करना पड़ा था।
ग्रुप-A में शामिल वेस्टइंडीज को पहले मैच में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ आठ विकेट से हार का सामना करना पड़ा।
दूसरी मैच में टीम को बांग्लादेश ने छह विकेट से शिकस्त दे दी।
शुरुआती दो हार के बाद टीम सुपर-8 में भी जगह नहीं बना सकी और उसका सफर पहले राउंड में ही समाप्त हो गया।
2009 और 2010
वेस्टइंडीज का उदय
2009 संस्करण में वेस्टइंडीज श्रीलंकाई चुनौती से पार नहीं पा सकी।
दूसरे मैच में 15 रनों से हार के बाद सेमीफाइनल में भी इसी टीम ने वेस्टइंडीज को 57 रनों से हराया।
तीसरे मैच में महेन्द्र सिंह धोनी की कप्तानी वाली भारतीय टीम को हराकर वेस्टइंडीज ने पहली जीत दर्ज की।
इस संस्करण में टीम ने तीन मुकाबले जीते और तीन हारे।
2010 संस्करण में टीम ने तीन मैच जीते और दो हारे, इसके बावजूद टीम सुपर-8 में नहीं पहुंची।
2012, 2014 और 2016
टी-20 विश्व कप में वेस्टइंडीज का सुनहरा दौर
टी-20 विश्व कप 2012 में वेस्टइंडीज ने खिताबी मुकाबले में श्रीलंका को 36 रन से हराकर इस फॉर्मेट का पहला खिताब जीता। मार्लोन सैमुअल्स के 78 रनों की दमदार पारी ने टीम को खिताबी जीत दिलाई।
2014 संस्करण के सेमीफाइनल में विंडीज को श्रीलंका ने पहले सेमीफाइनल में 27 रनों से हरा दिया।
2016 संस्करण के फाइनल में टीम ने कार्लोस ब्रैथवेट के लगातार चार छक्कों की मदद से इंग्लैंड को चार विकेट से हराकर अपना दूसरा खिताब जीता।
2021 और 2022
टीम के पतन की शुरुआत
2021 संस्करण में आश्चर्यजनक रूप से टीम के प्रदर्शन में गिरावट देखने को मिली। टीम पांच में से केवल एक मैच ही जीत सकी, वो भी बांग्लादेश के खिलाफ।
2022 संस्करण वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम की विश्व कप यात्रा का दूसरा सबसे निचला बिंदु था। दूसरी बार टीम पहले ही राउंड में बाहर हो गई।
स्कॉटलैंड क्रिकेट टीम और आयरलैंड जैसी कमजोर टीमों के खिलाफ उलटफेर का शिकार होकर वेस्टइंडीज बाहर हो गई।
बयान
'हमने खुद को निराश किया है'
आयरलैंड क्रिकेट टीम के खिलाफ करारी हार के बाद वेस्टइंडीज के कप्तान निकोलस पूरन ने कहा, "हमने इस टूर्नामेंट में बिल्कुल भी अच्छी बल्लेबाजी नहीं की है। केवल 145 रन बनाने के बाद गेंदबाजों के पास बचाव के लिए कुछ खास नहीं था। हमने अपने फैंस को निराश किया है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि हमने खुद को भी निराश किया है।"
इस विश्व कप में वेस्टइंडीज को एकमात्र जीत जिम्बाब्वे (31 रन) के खिलाफ मिली थी।
हेटमायर
घातक साबित हुई हेटमायर की अनुपस्थिति
इस विश्व कप में शिमरोन हेटमायर की अनुपस्थिति भी टीम के लिए घातक सिद्ध हुई। समय पर फ्लाइट नहीं पकड़ने के कारण वे विश्व कप खेलने से चूक गए।
यहां ध्यान देने योग्य बात ये है कि हेटमायर ने इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2022 में 153.92 की असाधारण स्ट्राइक रेट से 314 रन बनाए थे।
हेटमायर की जगह लेने वाले शमरह ब्रुक्स दो मैचों में 4 और 0 के स्कोर के साथ मौके का फायदा नहीं उठा सके।
2022 टी-20 विश्व कप
खेल के हर क्षेत्र में पिछड़ी वेस्टइंडीज
क्रिकेट एक टीम गेम है और वेस्टइंडीज 2022 संस्करण में एक दल के रूप में एकजुट नहीं दिखाई दिया।
काइल मेयर्स, जिन्होंने इस साल टी-20 में शानदार प्रदर्शन किया था, इस टूर्नामेंट में विफल रहे।
पूरन पर बल्लेबाजी का दारोमदार था, वे तीन पारियों में 5, 7 और 13 रन ही बना सके।
जॉनसन चार्ल्स और ब्रैंडन किंग ने अपनी बल्लेबाजी से प्रभावित किया।
गेंदबाजी में भी टीम काफी पिछड़ती हुई दिखाई दी, जिसका परिणाम हम सबके सामने है।