86 टेस्ट मैचों के बाद द्रविड़ और पुजारा ने कैसा किया है प्रदर्शन? जानिए आंकड़े
पूर्व दिग्गज बल्लेबाज राहुल द्रविड़ ने क्रिकेट में बड़ा मुकाम हासिल किया है। अपनी रक्षात्मक शैली के लिए प्रसिद्ध द्रविड़ को क्रिकेट जगत में 'द वॉल' के नाम से भी जाना जाता है। द्रविड़ ने कई मौकों पर उल्लेखनीय पारी खेली हैं। उनके संन्यास के बाद चेतेश्वर पुजारा ने उनकी इस परम्परा को कुछ हद तक आगे बढ़ाया है। पुजारा और द्रविड़ के (86 टेस्ट के बाद) टेस्ट आंकड़ों की तुलना करते हैं।
टीम के भरोसेमंद बल्लेबाज हैं पुजारा
2010 में अपना टेस्ट डेब्यू करने वाले चेतेश्वर पुजारा वर्तमान समय में भारतीय टेस्ट टीम के सबसे भरोसेमंद बल्लेबाजों में से एक हैं। उन्होंने अब तक खेले 86 टेस्ट मैचों में 46.08 की औसत के साथ 6,267 रन बनाए हैं। पुजारा ने टेस्ट में 18 शतक, तीन दोहरे शतक और 29 अर्धशतक लगाए हैं। उन्होंने टेस्ट में अपनी 206* रनों की सर्वोच्च पारी इंग्लैंड के खिलाफ 2012 में खेली थी।
टेस्ट में चौथे सर्वाधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं द्रविड़
पूर्व भारतीय कप्तान द्रविड़ टेस्ट क्रिकेट में चौथे सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं। उनसे आगे सचिन तेंदुलकर, रिकी पोंटिंग और जैक्स कैलिस हैं। लगभग 16 साल लंबे करियर में उन्होंने 52.31 की उम्दा औसत से 13,288 टेस्ट रन अपने नाम किए हैं। अपने पहले 86 टेस्ट के बाद, द्रविड़ ने 57.52 की शानदार औसत से 7,363 रन बनाए थे। 86 टेस्ट के बाद पुजारा (6,267) ने द्रविड़ की तुलना में 1,096 रन कम बनाए हैं।
विदेशों में भारत के सबसे भरोसेमंद बल्लेबाज रहे हैं द्रविड़
द्रविड़ विदेशों में भारत के सबसे भरोसेमंद बल्लेबाज रहे हैं। 86 टेस्ट के बाद, उन्होंने विदेशों में 47 टेस्ट खेले थे, जिसमें 64.01 के अविश्वसनीय औसत से 4,353 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने 12 टेस्ट शतक भी लगाए थे। दूसरी ओर, पुजारा को विदेशी परिस्थितियों में अपने प्रदर्शन में सुधार करने की जरूरत है। अब तक विदेशों में पुजारा ने 40 मैच खेले हैं और 37.71 की औसत से 2,640 रन बनाए हैं।
ऐसा है जीते गए मैचों में दोनों बल्लेबाजों का योगदान
पुजारा ने अब तक भारत द्वारा जीते गए 50 टेस्ट में 53.59 की औसत से 3,966 रन बनाए हैं। दूसरी तरफ 1996 से 2004 तक द्रविड़ ने भारत की टेस्ट जीत में अहम भूमिका निभाई थी। हालांकि, उस दौर में भारतीय टीम आज की तुलना में कम टेस्ट ही जीत सकी थी। द्रविड़ ने जीते हुए 27 मैचों में 76.60 की औसत से 2,681 रन बनाए थे।
द्रविड़ ने इंग्लैंड में किया है जबरदस्त प्रदर्शन
इंग्लैंड के खिलाफ आगामी पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में भारत को पुजारा से अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद होगी। वह खुद इंग्लैंड में बेहतर प्रदर्शन करना चाहेंगे। पुजारा ने इंग्लैंड में केवल एक शतक के साथ 27.52 की मामूली औसत से केवल 523 रन बनाए हैं। दूसरी तरफ द्रविड़ ने इंग्लैंड में खासी सफलता हासिल की है। द्रविड़ ने इंग्लैंड में 87.66 की औसत से 789 रन बनाए हैं।
पुजारा के लिए 2016/17 सीजन रहा है बेस्ट
द्रविड़ ने 2003/04 सीजन में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया था। उन्होंने नौ टेस्ट मैचों में 95.46 की आश्चर्यजनक औसत से 1,241 रन बनाए। उन्होंने उस सीज़न में अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ टेस्ट स्कोर (270 बनाम पाकिस्तान) दर्ज किया था। दूसरी तरफ, पुजारा ने 2016/17 सीजन में उम्दा प्रदर्शन किया। उन्होंने 13 टेस्ट में 62.66 की औसत से 1,316 रन बनाए। पुजारा ने उस सीजन के दौरान ऑस्ट्रेलिया (202) के खिलाफ दोहरा शतक भी लगाया।
चौथी पारी में शानदार रहे हैं द्रविड़
टेस्ट क्रिकेट में लक्ष्य का पीछा करते हुए पूर्व कप्तान भारत के लिए शानदार रहे हैं। चौथी पारी में द्रविड़ का प्रदर्शन पुजारा की तुलना में कई बेहतर रहा है। द्रविड़ ने चौथी पारी में 52.44 की औसत और एक शतक की मदद से से 944 रन बनाए थे। दूसरी ओर, पुजारा ने टेस्ट की अंतिम पारी में चार अर्धशतक की मदद से 29.52 की औसत से 620 रन बनाए हैं।