भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया सिडनी टेस्ट: पहले दिन के महत्वपूर्ण पल, जिन्होंने मैच में डाल दिया रोमांच
भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच जारी चौथे टेस्ट मैच में पहले दिन का खेल खत्म होने तक भारत ने 4 विकेट खोकर 303 रन बना लिए हैं। भारत के लिए मयंक अग्रवाल ने 77 और चेतेश्वर पुजारा नाबाद 130 रन ने बेहतरीन पारियां खेली। वहीं ऑस्ट्रेलिया के लिए तेज़ गेंदबाज़ हेज़लवुड ने दो विकेट लिए। आइये एक नज़र डालते हैं कि चौथे टेस्ट के पहले दिन क्या महत्वपूर्ण पल रहे, जिन्होंने मैच में रोमांच डाल दिया।
शतकवीर पुजारा
चेतेश्वर पुजारा ने चौथे टेस्ट के पहले दिन 130 रनों की पारी खेलकर टेस्ट करियर में अपना 18वां शतक पूरा किया। इसके साथ ही पुजारा के नाम ऑस्ट्रेलिया में तीन और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच शतक हो गए हैं। वहीं इस सीरीज़ में पुजारा ने चौथी बार 200 से ज़्यादा गेंदे खेली हैं। ऑस्ट्रेलिया में ऐसा करने वाले वह पहले भारतीय बल्लेबाज़ बन गए हैं। इससे पहले पहले गावस्कर ने 1977-78 में तीन बार 200 से ज़्यादा गेंद खेली थी।
मयंक अग्रवाल की अर्धशतकीय पारी
टेस्ट करियर का दूसरा मैच खेल रहे मयंक अग्रवाल पहली गेंद से ही बेहतरीन टच में दिखे। अपने डेब्यू टेस्ट की दोनों पारियों में मिलाकर 118 रन बनाने वाले मयंक दूसरे टेस्ट में भी ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज़ों पर हावी रहे। मयंक ने 77 रनों की अपनी पारी के दौरान 7 चौके और 2 गगनचुंबी छक्के लगाए। इस सीरीज़ की सिर्फ तीन पारियों में ही मयंक (189 रन) भारत के पिछले सलामी बल्लेबाज़ों की 11 पारियों से ज़्यादा रन बना चुके हैं।
कोहली ने सबसे तेज़ पूरे किए 19,000 अंतर्राष्ट्रीय रन
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथे टेस्ट की पहली पारी में कोहली का बल्ला खामोश रहा। कोहली को हेज़लवुड ने 23 रनों पर आउट किया। इसके बाद भी कोहली ने सबसे तेज़ (399 पारी) अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में 19 हज़ार रन पूरे कर लिए। कोहली से पहले यह रिकॉर्ड क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर (432 पारी) के नाम था। कोहली इससे पहले अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे तेज़ 15, 16, 17 और 18 हज़ार रन बनाने का रिकॉर्ड अपने नाम कर चुके हैं।
दिनभर विकेट की खोज में लगे रहे ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज़
टॉस हारकर पहले गेंदबाज़ी करने आए ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज़ों ने दिनभर सटीक लाइन लेंथ पर गेंदबाज़ी की, लेकिन वे भारतीय बल्लेबाज़ों के विकेट लेने में नाकाम रहे। लोकेश राहुल का विकेट लेकर हेज़लवुड ने ऑस्ट्रेलिया को 10 रन पर ही पहली सफलता दिला दी थी, लेकिन इसके बाद मयंक और पुजारा की 116 रनों की साझेदारी ने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज़ों का मनोबल तोड़ दिया। ऑस्ट्रेलिया के लिए जोश हेज़लवुड ने दो और स्टार्क-लॉयन ने एक-एक विकेट लिया।