बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी: कोच राहुल द्रविड़ ने स्पिनरों के अनुकूल पिचों को लेकर किया मैनेजमेंट का बचाव
क्या है खबर?
भारतीय क्रिकेट टीम के हेड कोच राहुल द्रविड़ को ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के खिलाफ चल रही टेस्ट सीरीज में स्पिनरों के अनुकूल पिचों पर खेलने का कोई मलाल नहीं है।
उनका मानना है कि अधिकांश देश परिणाम हासिल करने के लिए अपने मुताबिक पिचें तैयार करते हैं। द्रविड़ ने ऐसी सतहों पर खेलने की रणनीति को लेकर मैनेजमेंट का बचाव किया है।
बता दें कि हाल ही में ICC ने इंदौर की पिच को 'खराब' का दर्जा दिया था।
बयान
भारतीय कोच ने क्या कहा
भारतीय कोच ने कहा, "मैं इस मामले में बहुत ज्यादा तह नहीं जाऊंगा। मैच रेफरी को अपनी राय साझा करने का अधिकार है। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि मैं उनकी बात से सहमत हूं या नहीं।"
उन्होंने आगे कहा, "कोई फर्क नहीं पड़ता कि मैं क्या सोचता हूं, लेकिन कभी-कभी जब विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के अंक दांव पर होते हैं तो आप उन विकेटों पर खेलने लगते हैं, जो परिणाम देते हैं।"
बयान
कभी-कभी सभी के लिए संतुलन बनाना मुश्किल होता है- द्रविड़
द्रविड़ इस बात का उल्लेख करना नहीं भूले कि पिछले कुछ वर्षों में घरेलू टीमों द्वारा तैयार किए गए ट्रैक के डेटा विश्लेषण से पता चला है कि ज्यादातर जगहों पर विदेशी टीमों के लिए खेलना चुनौतीपूर्ण रहा है।
उन्होंने कहा, "ऐसा हो सकता है, यह न केवल भारत में बल्कि दुनिया भर में हो रहा है। कभी-कभी सभी के लिए संतुलन बनाना मुश्किल होता है। यह केवल भारत में नहीं बल्कि अन्य जगहों पर भी हो सकता है।"
बयान
हमें भी चुनौतीपूर्ण विकेटों पर खेलना पड़ता है- द्रविड़
द्रविड़ ने पिछले साल का अनुभव साझा करते हुए कहा, "जब हम विदेशी दौरों पर खेलने जाते हैं तो हमें भी चुनौतीपूर्ण विकेटों पर खेलना पड़ता है।"
उन्होंने कहा, "पिछले साल जब हम दक्षिण अफ्रीका (2022) में खेलने गए थे तब वहां स्पिनरों के पास करने के लिए कुछ नहीं था। हर कोई ऐसे विकेट बनाना चाहता है जहां मैच के अंत में परिणाम सामने आए।"
रिपोर्ट
सीरीज में 2-1 से आगे है भारत, WTC फाइनल में जगह बनाने पर नजर
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में भारतीय टीम 2-1 से आगे चल रही है। भारत ने नागपुर और दिल्ली में खेले गए शुरुआत दोनों मैचों में शानदार जीत दर्ज की थी।
स्टीव स्मिथ की कप्तानी में इंदौर में खेला गया सीरीज का तीसरा टेस्ट मेहमान टीम ऑस्ट्रेलिया के पक्ष में रहा था।
भारत के लिए चिंता की बात ये है कि वह अभी WTC के फाइनल में जगह नहीं बना पाया है। अब अहमदाबाद टेस्ट में उसकी नजर इसी प्रयास पर होगी।