भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया: कई मायनों में खास है इंदौर का होल्कर क्रिकेट स्टेडियम, जानिए दिलचस्प बातें
क्या है खबर?
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच जारी बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का तीसरा मुकाबला 1 मार्च से इंदौर के होल्कर क्रिकेट स्टेडियम में खेला जाएगा।
भारतीय क्रिकेट टीम का इस मैदान पर प्रदर्शन बेहद शानदार रहा है।
मेजबान टीम पहले ही सीरीज में 2-0 की बढ़त हासिल कर चुकी है, वहीं दूसरी ओर मेहमान टीम 2 टेस्ट खेलने के बाद भी संघर्ष करती हुई दिखाई दे रही है।
आइए इस मैदान पर भारत के प्रदर्शन और आंकड़ों के बारे में जानते हैं।
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30,000 स्टेडियम में एक साथ उठा सकते हैं मैच का लुत्फ
होल्कर स्टेडियम का निर्माण 1990 में प्रारम्भ हुआ था। तब इसके निर्माण में लगभग 44.26 करोड़ रुपये (जमीन कीमत शामिल नहीं) की लागत आई थी।
पहले इस स्टेडियम को महारानी उषाराजे ट्रस्ट क्रिकेट मैदान के नाम से जाना जाता था।
इसके बाद साल 2010 में मध्य प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (MPCA) ने इसका नाम बदलकर करके होल्कर क्रिकेट स्टेडियम कर दिया था।
यहां एक साथ 30,000 से अधिक दर्शक एक साथ बैठकर मैच का लुत्फ उठा सकते हैं।
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भारत के लिए खुश होने की बड़ी वजह
होल्कर क्रिकेट स्टेडियम में मैदान में उतरने से पहले ही भारत के खुश होने की बड़ी अहम वजह हैं।
भारतीय टीम ने यहां अब तक खेले दोनों टेस्ट मैच जीते हैं और वो भी बड़े अंतर से।
यहां पहला टेस्ट मैच अक्टूबर, 2016 में खेला गया था तब भारत ने न्यूजीलैंड को 321 रनों से हराया था।
इसके बाद नवंबर, 2019 में भारत ने बांग्लादेश को और भी बुरी तरह से पीटते हुए पारी और 130 रनों से हराया था।
जानकारी
होल्कर स्टेडियम की पिच रिपोर्ट
सामान्य परिस्थितियों में इस स्टेडियम की विकेट बल्लेबाजों के लिए फायदेमंद मानी जाती है। यहां पिच पर समान उछाल देखने को मिलता है। तेज गेंदबाजों को यहां सुबह के समय कुछ शुरुआती मदद मिलती है, लेकिन बाद में उन्हें कड़ा संघर्ष करना पड़ता है।
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होल्कर स्टेडियम से जुड़े खास आंकड़े
होल्कर स्टेडियम में खेले गए 2 मैचों में से एक मैच पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम ने जीत हासिल की है और 1 मैच बाद में बल्लेबाजी करने वाली टीम ने जीता है।
यहां पहली, दूसरी, तीसरी और चौथी पारी का औसत स्कोर क्रमशः 353, 396, 214 और 153 है।
इस मैदान पर उच्चतम स्कोर भारत (557/5) के नाम दर्ज है, जो उसने न्यूजीलैंड के खिलाफ बनाया था। यहां न्यूनमत स्कोर 150 रनों का है जो बांग्लादेश ने बनाया था।
जानकारी
वीरेंद्र सहवाग की वो दमदार पारी
भारत के पूर्व बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने अपने वनडे करियर का दोहरा शतक इसी मैदान पर बनाया था। साल 2011 में उन्होंने वेस्टइंडीज के गेंदबाजों के साथ खिलवाड़ करते हुए 25 चौकों और 7 छक्कों की मदद से 149 गेंदों में 219 रन ठोके थे।
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ऑस्ट्रेलिया से कहां चूक हुई?
भारत के पूर्व खिलाड़ी और हेड कोच रह चुके रवि शास्त्री ने कंगारूओं की विफलता को लेकर अहम बातें कहीं हैं।
उन्होंने कहा "बुनियादी चीजों पर वापस जाना बहुत महत्वपूर्ण है, ड्रॉइंग बोर्ड पर वापस जाएं। यदि आप अपने बचाव पर भरोसा नहीं करते हैं, तो आपके पास कोई मौका नहीं है। कभी-कभी आप क्रीज पर कुछ समय बिताना जरूरी होगा, लेकिन अगर आपको अपने डिफेंस पर भरोसा नहीं है तो आप क्रीज पर कुछ समय कैसे बिताएंगे?"