
टेस्ट क्रिकेट में इस तरह बल्लेबाज के रूप में स्थापित हो रहे सुंदर
क्या है खबर?
इंग्लैंड के खिलाफ चल रहे चौथे टेस्ट के तीसरे दिन भारत के वाशिंग्टन सुंदर ने नाबाद 96 रनों की शानदार पारी खेली। भारत ने दिन की शुरुआत 89 रनों की बढ़त के साथ की थी।
पांच गेंद के अंदर तीन विकेट गिर जाने के कारण सुंदर अपने पहले टेस्ट शतक के एकदम करीब आकर भी दूर रह गए।
आइए जानते हैं टेस्ट डेब्यू के बाद से कैसे सुंदर का बल्लेबाज के रूप में लगातार उदय हुआ है।
प्रदर्शन
टेस्ट क्रिकेट में ऐसा रहा है सुंदर का प्रदर्शन
अपने चौथे टेस्ट में सुंदर ने एक और शानदार पारी खेली। छोटे से करियर में सुंदर के नाम तीन टेस्ट अर्धशतक दर्ज हो गए हैं। इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट में उन्होंने नाबाद 85 रनों की पारी भी खेली थी।
ऑस्ट्रेलिया में अपना टेस्ट डेब्यू करने वाले सुंदर ने डेब्यू टेस्ट में ही 62 और 22 रनों की पारी खेली थी। बल्ले से फिलहाल उनका औसत 60 से अधिक का है।
खासियत
क्रीज पर खड़े होना जानते हैं सुंदर
सुंदर को क्रीज पर समय बिताना अच्छा लगता है और यदि एक बार उनकी आंखें जम गई तो वह अपना विकेट फेंकते नहीं हैं। अब तक खेले पांच टेस्ट पारियों में केवल दो बार सुंदर ने 20 से कम गेंदे खेली हैं और दोनों ही बार वह खाता खोले बिना आउट हुए हैं।
विदेश में आई पहली टेस्ट पारी में ही 144 गेंदें खेलकर उन्होंने दिखा दिया था कि वह क्रीज पर खड़े होना जानते हैं।
मजबूती
गेंदबाजी की अपेक्षा टेस्ट में बल्लेबाजी दिख रही है सुंदर का मजबूत पहलू
चार टेस्ट में केवल छह विकेट ले चुके सुंदर टी-20 क्रिकेट में तो काफी किफायती गेंदबाज हैं, लेकिन टेस्ट क्रिकेट में उनकी गेंदबाजी थोड़ी हल्की महसूस होती है।
गेंदबाजी की अपेक्षा टेस्ट में सुंदर बल्लेबाजी को अपना मजबूत पक्ष साबित कर रहे हैं। जिस तरह से सुंदर बल्लेबाजी कर रहे हैं वह सातवें नंबर पर भारतीय टीम को एक भरोसेमंद विकल्प दे सकते हैं जिससे कि बल्लेबाजी में गहराई आएगी।
बल्लेबाजी
लगातार मैच पलटने वाली पारियां खेल रहे हैं सुंदर
टेस्ट डेब्यू से अब तक सुंदर लगातार मैच पलटने वाली पारियां खेल रहे हैं। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत का स्कोर 161/5 रहने पर सुंदर ने 62 रनों की पारी खेली थी। इंग्लैंड के खिलाफ 192/5 का स्कोर रहने पर सुंदर ने 85 रनों की नाबाद पारी खेली थी।
अंतिम मुकाबले में भी 96 रनों की नाबाद पारी खेलने वाले सुंदर जब बल्लेबाजी करने आए थे तब भारत का स्कोर 146/6 था।