भारत में सभी स्मार्ट डिवाइस के लिए अनिवार्य होगा USB-C पोर्ट, ऐपल की बढ़ेगी मुश्किल
क्या है खबर?
भारत में अब जल्द ही सभी स्मार्ट डिवाइस के लिए एक सामान्य चार्जिंग पोर्ट नीति लागू होने वाली है। इसके लिए केंद्र सरकार ने इस नीति पर चर्चा करने के लिए एक अंतर-मंत्रालयी टास्क फोर्स का गठन किया था।
टास्क फोर्स के बीच भारत में बेचे जाने वाले सभी स्मार्टफोन डिवाइसों पर USB-C पोर्ट को अनिवार्य करने की सहमति बनी है।
आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
जरूरत
एक सामन्य चार्जर क्यों है जरूरी?
हमारे पास कई तरह के इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस होते हैं, जिनके लिए अलग-अलग तरह के चार्जर होते हैं। ये चार्जर एक समय बाद खराब हो जाते हैं, जिन्हे हम फेंक देते है।
इन चार्जरों से निकलने वाला केमिकल हमारे शरीर के लिए बेहद खतरनाक होता है और इसकी वजह से लिवर, किडनी से जुड़ी बीमारियों और कैंसर का भी खतरा हो सकता है।
इसके अलावा ऐसा होने से इलेक्ट्रॉनिक कचरे की समस्या भी कम होगी।
सहमति
हितधारकों ने USB-C पोर्ट पर जताई सहमति
इस मामले पर उपभोक्ता मामलों के सचिव रोहित कुमार सिंह ने कहा कि बैठक के दौरान स्मार्टफोन, टैबलेट, लैपटॉप जैसे कई इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के लिए चार्जिंग पोर्ट के रूप में USB-C को अपनाने के लिए हितकारकों के बीच सहमति बनी है।
उन्होंने आगे कहा कि फीचर फोन के लिए एक अलग चार्जिंग पोर्ट अपनाया जा सकता है।
माना जा रहा है कि सरकार स्मार्टफोन के लिए अलग और फीचर फोन के लिए अलग चार्जर पर विचार कर सकती है।
फायदा
USB-C पोर्ट अपनाने से ग्राहक और कंपनी दोनों को होगा फायदा
इलेक्ट्रॉनिक इंडस्ट्रीज एसोसिएशन ऑफ इंडिया के अजय गर्ग ने कहा, "वैश्विक स्तर पर बदलाव USB-C पोर्ट की ओर केंद्रित है, इसलिए हमारे लिए भी इसे अपनाने में समझदारी होगी।"
इसके अलावा उन्होंने बताया, "एक महत्वपूर्ण बिंदु यह है कि इलेक्ट्रॉनिक इंडस्ट्रीज में टेक्नोलॉजी बड़ी तेजी से बदलती है, जो आज है वह कल बाहर होगी। इसके अलावा स्मार्टफोन कंपनियों को भी अलग से चार्जर देने की आवश्यकता नहीं होगी।"
जानकारी
ऐपल के लिए मुसीबत बन सकती है नई नीति
वन चार्जर नीति एंड्रॉयड स्मार्टफोन निर्माता कंपनी के लिए फायदे का सौदा हो सकता है, लेकिन ऐपल के लिए थोड़ा मुश्किल होगा। दरअसल, ऐपल अपने डिवाइस के लिए लाइटनिंग पोर्ट का इस्तेमाल करती है और एंड्रॉयड के कुछ फोन्स USB-C पोर्ट का इस्तेमाल करते हैं।
चिंता
यूरोपीय संघ 2024 तक USB-C पोर्ट कर देगा अनिवार्य
इन सभी के बीच भारत के सामने एक बड़ी चुनौती भी आने वाली है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, जब यूरोपीय संघ पूरी तरह से USB-C पोर्ट पर शिफ्ट हो जाएगा तो अप्रचलित फोन और डिवाइस भारत में डंप किए जा सकते हैं।
ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि 7 जून को यूरोपीय संघ ने एक कानून पारित किया था। इसमें कहा गया था कि 2024 के मध्य तक सभी डिवाइस USB-C पोर्ट से लैस होने चाहिए।