
बांग्लादेश में सत्यजीत रे का पैतृक घर गिराया गया, मिट्टी में मिली 100 साल पुरानी विरासत
क्या है खबर?
बांग्लादेश के मैमनसिंह में स्थित महान फिल्मकार और ऑस्कर पुरस्कार विजेता सत्यजीत रे का पुश्तैनी मकान गिरा दिया गया है। इसकी जानकारी बुधवार को भाजपा नेता अमित मालवीय ने एक्स पर दी। उन्होंने क्षतिग्रस्त घर की वीडियो साझा कर लिखा, 'बंगाली विरासत पर एक और आघात। सत्यजीत रे का पुश्तैनी घर ढहा दिया गया। यह सिर्फ एक पुरानी इमारत का विध्वंस नहीं है, यह इतिहास का ही सफाया है। क्या बांग्लादेश सरकार को संरक्षण की जिम्मेदारी नहीं लेनी चाहिए थी?'
ध्वस्त
पूरी तरह गिरा दिया गया घर
वीडियो में घर को पूरी तरह क्षतिग्रस्त दिखाया गया है। इसकी दीवारें तोड़ दी गई हैं और छत भी गिराई गई है। बताया जा रहा है कि पिछले 10 साल से इस घर में किसी का आना-जाना नहीं था और यह पूरी तरह नशेड़ियों और असामाजिक लोगों का एक ठिकाना बन गया था। यह घर 100 साल पुराना था, जिसे सत्यजीत रे के दादा प्रख्यात साहित्यकार उपेंद्र किशोर रे चौधरी ने बनवाया था।
कारण
क्यों गिराया गया घर?
रे का मकान मैमनसिंह में हरिकिशोर रे चौधरी रोड पर है। जिला बाल मामलों के अधिकारी, मोहम्मद मेहेदी जमान का कहना है कि मकान काफी जीर्ण-शीर्ण हो चुका है। पहले यहां मैमनसिंह शिशु अकादमी थीं, लेकिन मकान जर्जर होने से खतरा पैदा हो रहा है। इसलिए अकादमी दोबारा शुरू करने के लिए पुराने भवन की जगह कई कमरों वाली इमारत बनाई जाएगी। हालांकि, भारत सरकार ने इमारत को संरक्षित करने के लिए मदद का वादा किया था।
ट्विटर पोस्ट
सत्यजीत रे का मकान
सुप्रसिद्ध निर्माता निर्देशक #सत्यजीत_रे का पैतृक घर #बांग्लादेश में ध्वस्त कर दिया गया है। यह सिर्फ एक पुरानी इमारत का विनाश नहीं है — यह तो इतिहास, एक धरोहर को ही मिटा देने की तरह है।
— Pradip Kumar Varma (@PKVarmaRanchi) July 16, 2025
यह घर सिर्फ ईंट-पत्थर से बना ढांचा नहीं था, बल्कि यह तो विरासत, स्मृति और गर्व का प्रतीक था —… pic.twitter.com/YhPFqM9zxh