तीन महीने और आगे बढ़ाई गई मुफ्त राशन योजना, अब दिसंबर तक मिलेगा लाभ
क्या है खबर?
केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना (PMGKY) को तीन महीने और आगे बढ़ाने का फैसला किया है। इस योजना के लाभार्थी परिवारों को हर महीने प्रति व्यक्ति पांच किलो अनाज मुफ्त दिया जाता है।
आगामी त्योहारी सीजन को देखते हुए सरकार ने इस योजना को दिसंबर तक आगे बढ़ाया है। बता दें इन तीन महीनों के दौरान दशहरा, दिवाली और छठ जैसे बड़े त्योहार आ रहे हैं। इसी दौरान हिमाचल प्रदेश और गुजरात में विधानसभा चुनाव भी होने हैं।
योजना
क्या है PMGKY?
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत देशभर के राशनकार्ड धारकों को प्रति महीने प्रति व्यक्ति पांच किलोग्राम अनाज (गेंहू और चावल) मुफ्त दिया जाता है।
कोरोना महामारी की शुरुआत के समय मार्च, 2020 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस योजना का ऐलान किया था और ये अप्रैल, 2020 से शुरू हुई थी। मार्च में प्रधानमंत्री ने इसे सितंबर तक बढ़ाने का ऐलान किया था।
सरकार के अनुसार, 80 करोड़ लोगों को इस योजना का लाभ मिलता है।
समयसीमा
सितम्बर में समाप्त हो रही थी योजना
यह योजना सितम्बर में समाप्त होने जा रही थी। हालांकि, गुजरात और राजस्थान जैसे कई राज्यों ने केंद्र से मांग की थी कि इसे कम से कम तीन महीने आगे बढ़ाया जाए।
इसी महीने गुजरात के खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री नरेश पटेल ने कहा था, "इस बार दिवाली अक्टूबर में है। इसलिए हम केंद्र सरकार को पत्र लिखकर इस योजना को दिवाली तक बढ़ाने की मांग करेंगे ताकि गरीब परिवारों को राहत मिल सके।"
जानकारी
सरकार पर बढ़ेगा आर्थिक भार
वित्त मंत्रालय के अनुसार, इस योजना को आगे बढ़ाने से सरकारी खजाने पर 45,000 करोड़ रुपये का बोझ बढ़ेगा।
इस बोझ को कम करने के लिए वित्त मंत्रालय ने लाभार्थियों को दिए जाने वाले राशन की मात्रा कम करने का सुझाव दिया है।
मंत्रालय का कहना है कि यूक्रेन युद्ध और दूसरी सब्सिडीज के चलते इस योजना को आगे बढ़ाने से आर्थिक बोझ बढ़ेगा। अभी तक इस योजना पर सरकार करीब 2.6 लाख करोड़ रुपये खर्च कर चुकी है।
जानकारी
योजना में कितना अनाज आवंटित होता है?
जानकारी के लिए बता दें कि PMGKY में हर महीने सात लाख मीट्रिक टन गेहूं और 32.88 लाख मीट्रिक टन चावल आवंटित किए जाते हैं। यह मात्रा राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा के लाभार्थियों को मिलने वाले राशन से अलग है।
PMGKY
न्यूजबाइट्स प्लस (जानकारी)
इस साल अप्रैल में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की एक स्टडी में सामने आया था कि कोरोना वायरस महामारी के दौरान भारत सरकार की प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना गरीबी को रोकने में कामयाब रही।
स्टडी के अनुसार, इस योजना के कारण महामारी के दौरान भी देश में अत्यंत गरीबों की संख्या में वृद्धि नहीं हुई।
इससे पहले हुई कुछ स्टडीज में महामारी के कारण भारत में अत्यंत गरीबी बढ़ने की आशंका व्यक्त की गई थी।