आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिए हल होने वाली 10 समस्यायें खोजें- प्रधानमंत्री मोदी
क्या है खबर?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत एक आधुनिक डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार कर रहा है और यह सुनिश्चित कर रहा है कि डिजिटल क्रांति का लाभ सब लोगों तक पहुंचे।
मोदी ने यह बात 'अनलीशिंग द पोटेंशियल: ईज ऑफ लिविंग यूजिंग टेक्नोलॉजी' विषय पर बजट के बाद वेबिनार को संबोधित करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि करदाताओं की समस्याओं के समाधान के लिए कर प्रणाली को फेसलेस बनाने के लिए टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जा रहा है।
मोदी
टेक्नोलॉजी से संभव हुआ JAM- मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि टेक्नोलॉजी से ही 'वन नेशन वन राशन' संभव हुआ। टेक्नोलॉजी से ही JAM (जन-धन योजना, आधार और मोबाइल नंबर) के जरिए गरीबों को लाभ देने में मदद मिली।
उन्होंने कहा कि 5G और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पर चर्चा की जा रही है और यह चिकित्सा, शिक्षा, कृषि समेत कई अन्य क्षेत्रों को बदलने के लिए तैयार है। प्रधानमंत्री ने लोगों के सामने आने वाली 10 समस्या क्षेत्रों की पहचान करने के लिए भी कहा।
अपील
AI से हल होने वाले 10 समस्या क्षेत्र खोजें- मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने हितधारकों से कहा कि 10 समस्या वाले ऐसे क्षेत्रों की पहचान करें, जिन्हें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग कर हल किया जा सकता है।
मोदी ने हितधारकों से कहा, "हम छोटे व्यवसायों की अनुपालन लागत को कम करना चाहते हैं। क्या आप (उद्योग) अनावश्यक अनुपालनों की एक सूची तैयार कर सकते हैं, जिन्हें कम किया जा सकता है। हमने 40,000 अनुपालनों को पूरा कर लिया है।"
चर्चा
ChatGPT से बढ़ी AI की चर्चा
आपको बता दें कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इस समय काफी चर्चा में है। OpenAI कंपनी के AI चैटबॉट ChatGPT के लॉन्च होने के बाद से ही बड़ी से बड़ी टेक कंपनियों और यूजर्स के बीच इसकी मांग बढ़ी है।
OpenAI में माइक्रोसॉफ्ट द्वारा पैसा निवेश किए जाने के बाद गूगल जैसी कंपनियां भी इस बारे में तेजी से काम करने लगी और हाल ही में अपना चैटबॉट बार्ड लॉन्च किया है।
मस्क
एलन मस्क और जुकरबर्ग भी AI के मैदान में कूदे
एलन मस्क और मार्क जुकरबर्ग जैसे बड़ी कंपनियों के CEO भी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर काम करने के लिए टीम बना रहे हैं।
सोशल मीडिया फर्म स्नैपचेट ने भी अपना ChatGpt पर आधारित चैटबॉट माय AI (MyAI) सोमवार को लॉन्च किया था। इस चैटबॉट को फिलहाल एक्सपेरिमेंटल चैटबॉट फीचर के रूप में पेश किया गया है।
हालांकि, चैटबॉट्स खूब गलतियां भी कर रहे हैं। इससे बचने के लिए इन्हें लगातार प्रशिक्षित किया जा रहा है।