LOADING...
ये है दुनिया का पहला 'रोबोट वकील', फरवरी में लड़ेगा अपना पहला केस
दुनिया का पहला 'रोबोट वकील' फरवरी में लड़ेगा अपना पहला केस

ये है दुनिया का पहला 'रोबोट वकील', फरवरी में लड़ेगा अपना पहला केस

लेखन गौसिया
Jan 09, 2023
02:20 pm

क्या है खबर?

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के कारण टेक्नोलॉजी की दुनिया काफी एडवांस हो गई है। अभी तक मशीनों ने इंसानों के जीवन में अपनी जगह बनाई थी, लेकिन अब धीरे-धीरे मशीन और रोबोट्स इंसानों की जगह लेने लगे हैं। इस कड़ी में अब यूनाइटेड किंगडम (UK) में पहली बार रोबोट वकील फरवरी में अपना पहला केस लड़ने जा रहा है। यह 'दुनिया का सबसे पहला रोबोट वकील' होगा, जो कोर्ट में बहस करेगा। आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।

मामला

किसने विकसित किया है रोबोट वकील?

इस AI रोबोट को 2015 में डू नॉट पे (DoNotPay) नामक स्टार्टअप ने तैयार किया था, जिसके मालिक जोशुआ ब्राउडर हैं। पहले यह रोबोट कंज्यूमर्स को सिर्फ लेट फीस और फाइन के बारे में बताता था, लेकिन अब यह रोबोट केस लड़ने में भी सक्षम हो चुका है। कंपनी का दावा है कि यह दुनिया का पहला रोबोट वकील है, जो अगले महीने फरवरी में कोर्ट में केस लड़ेगा।

रोबोट

हेडफोन की मदद से क्लाइंट की करेगा मदद रोबोट

रिपोर्ट्स के मुताबिक, पहले केस के दौरान यह रोबोट फोन के जरिए चलेगा और कोर्ट की सारी बहस को रियल टाइम में सुनकर केस लड़ेगा। इसके साथ ही यह रोबोट अपने क्लाइंट को बचाने के लिए हेडफोन के जरिये उसे बताएगा कि उसे कोर्ट में आगे क्या कहना है। कंपनी का कहना है कि उन्हें इस रोबोट को केस समझाने में काफी समय लगा था। फिलहाल केस की तारीख और कोर्ट की जगह नहीं बताई गई है।

Advertisement

उद्देश्य

कॉरपोरेशंस के खिलाफ लड़ने में मदद करना है रोबोट का उद्देश्य

न्यू साइंटिस्ट के मुताबिक, AI रोबोट कोर्ट में सुनी गई जानकारी को प्रोसेस करेगा और फिर प्रतिवादी को जवाब देने की सलाह देगा, लेकिन अगर कंपनी मुकदमा हार जाती है तो वह किसी भी तरह के जुर्माने का भुगतान खुद करेगी। रोबोट का पहला केस ओवरस्पीड के लिए जुर्माने से संबंधित है। कंपनी का उद्देश्य AI रोबोट का इस्तेमाल करके क्लाइंट को बड़े निगमों, कॉरपोरेशंस और नौकरशाही के खिलाफ लड़ने और उन्हें हराने में मदद करना है।

Advertisement

बयान

रोबोट के जरिये केस लड़ना होगा सस्ता

कंपनी के फांउडर जोशुआ ब्राउडर ने बताया कि यूरोपियन कोर्ट में मानवाधिकार के लिए लड़ने वाले कई अच्छे वकील हैं, लेकिन उनकी फीस बहुत ज्यादा है। उन्होंने कहा, "ऐसे में इस रोबोट के जरिये केस लड़ना काफी सस्ता साबित होगा क्योंकि यह डॉक्यूमेंटेशन के लिए ज्यादा पैसे नहीं चार्ज करेगा। अन्य वकीलों के मुकाबले इस रोबोट की फीस केस के मुताबिक 20,000 से 1 लाख रुपये तक हो सकती है।"

Advertisement