ChatGPT में मौजूद बग से यूजर्स देख पाते थे दूसरों की चैट हिस्ट्री, अब हुआ फिक्स
ChatGPT में एक ऐसा बग था, जिससे कुछ यूजर्स बाकी यूजर्स की चैटबॉट के साथ होने वाली बातचीत की जानकारी देख पाते थे। अब ChatGPT को बनाने वाली कंपनी OpenAI ने बुधवार को कहा कि उस बग को फिक्स कर दिया गया है, जिसके कारण यूजर्स का एक छोटा समूह अन्य यूजर्स की बातचीत की हिस्ट्री को देखने में सक्षम होता था। अब कोई भी यूजर किसी की चैट हिस्ट्री को नहीं देख पाएगा।
यूजर्स कुछ घंटों के लिए नहीं उपयोग कर पाएंगे चैट हिस्ट्री
OpenAI के CEO सैम ऑल्टमैन ने एक ट्वीट में कहा कि बग फिक्स किए जाने के बाद यूजर्स 20 मार्च को दोपहर 1:30 से रात 10:30 के बीच अपनी चैट हिस्ट्री का उपयोग नहीं कर पाएंगे। ChatGPT को बीते साल नवंबर, 2022 में लॉन्च किया गया था। लॉन्चिंग के बाद ही ये काफी पसंद किया जाने लगा। ChatGPT चैटबॉट कविता से लेकर कहानी, निबंध, चुटकुले और स्क्रिप्ट आदि तैयार करने में सक्षम है।
OpenAI ने पेश किया GPT-4 मॉडल
OpenAI ने हाल ही में अपना आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मॉडल GPT-4 लॉन्च किया है। ये GPT-3 का ही अपग्रेड है। GPT-4 इमेज इनपुट क्षमता के साथ काफी एडवांस है। हालांकि, GPT-4 अभी सिर्फ ChatGPT प्लस सब्सक्रिप्शन वाले यूजर्स के लिए ही उपलब्ध है। ChatGPT प्लस सब्सक्रिप्शन के लिए लगभग 1,600 रुपये प्रति महीना चार्ज रखा गया है। GPT-3 और GPT-3.5 से लैस ChatGPT सभी यूजर्स के लिए फ्री में उपलब्ध है।
बिंग में GPT इंटीग्रेट किए जाने से बढ़ा इस्तेमाल
OpenAI में माइक्रोसॉफ्ट ने पैसा निवेश किया है। माइक्रोसॉफ्ट ने अपने सर्च इंजन बिंग से लेकर एज ब्राउजर तक को OpenAI की GPT टेक्नोलॉजी से इंटीग्रेट कर दिया है। एनालिटिक्स फर्म सिमिलरवेब के आंकड़ों के अनुसार, माइक्रोसॉफ्ट के बिंग में GPT को इंटीग्रेट किए जाने से इसका इस्तेमाल बढ़ा है। आपको बता दें कि गूगल सर्च इंजन के प्रतिद्वंदी बिंग को इससे पहले तक काफी कम इस्तेमाल किया जाता था।
ऐसे काम करता है ChatGPT
ChatGPT जनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर आधारित ऐसा चैटबॉट है, जो लोगों के इनपुट के आधार पर टेक्स्ट फॉर्मेट में जवाब देता है। ChatGPT से मुकाबले के लिए गूगल ने अपना आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस चैटबॉट बार्ड पेश किया है। हालांकि, बार्ड अभी आम यूजर्स के लिए उपलब्ध नहीं है। अभी इसकी टेस्टिंग की जा रही है। गूगल के बार्ड और OpenAI के ChatGPT में अभी तो ChatGPT ही बाजी मारता हुआ दिख रहा है, लेकिन दोनों की अपनी खासियत और खामियां हैं।