
मंगल ग्रह पर खोज के लिए ChatGPT के इस्तेमाल पर वैज्ञानिकों की क्या है राय?
क्या है खबर?
दुनिया में बिजनेस, शिक्षा से लेकर खनिज सहित विभिन्न क्षेत्रों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का उपयोग तेजी से बढ़ रहा है। आम लोग भी AI का इस्तेमाल करते हुए कई तरह के क्रिएटिव काम कर रहे हैं।
लोगों के लिए उपलब्ध सबसे लोकप्रिय AI टूल में से एक ChatGPT है, जो AI आधारित लैंग्वेज मॉडल है।
अब AI के जरिए मंगल ग्रह पर वैज्ञानिक खोजों और अध्ययन के बारे में विचार किया जा रहा है।
मंगल
कैसे की जा रही है कल्पना?
मंगल ग्रह पर वैज्ञानिक अध्ययनों के लिए एक ऐसे रोबोट की कल्पना की जा रही है, जो ChatGPT या इसी तरह के AI लैंग्वेज मॉडल के साथ फैक्ट्री-वायर्ड मंगल ग्रह की सतह पर काम करे।
इस तरह के स्मार्टबॉट को वैज्ञानिक उपकरणों के साथ लोड किया जा सकता है। वहां जाकर यह विश्लेषण कर सकता है कि इसके वैज्ञानिक डिवाइस "ऑन-द-स्पॉट" क्या खोज रहे हैं।
इससे प्राप्त डाटा को आगे के वैज्ञानिक प्रयोगों के लिए इस्तेमाल किया जा सकेगा।
जानकारी
AI से प्राप्त जानकारी को जर्नल में किया जा सकता है प्रकाशित
AI से लैस रोबोट द्वारा इकट्ठा की गई जानकारी को साइंस और नैचर जैसे साइंटिफिक जर्नल आदि में प्रकाशित किया जा सकता है। AI रोबोट के जरिए ऑफ-अर्थ, ऑन-मार्स पर काम करने वाले कई प्रमुख शोधकर्ताओं ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
रोबोट
ChatGPT में गलती करने की आशंका- सर्कन ओजकैन
इंग्लैंड के पोर्ट्समाउथ विश्वविद्यालय में इनोवेशन एंड टेक्नोलॉजी मैनेजमेंट में रीडर सर्कन ओजकैन का कहना है कि ChatGPT 100 प्रतिशत सटीक नहीं है और इसमें गलती करने की आशंका है।
ओजकैन का मानना है कि मनुष्य भले धीमा काम करें, लेकिन वह अभी भी ChatGPT से बेहतर काम कर सकते हैं। उन्होंने सलाह दी कि ऐसे क्षेत्र, जहां गलतियों की अनदेखी नहीं की जा सकती, वहां ChatGPT का इस्तेमाल न करें।
सलाह
मानवरहित रोवर संचालन के लिए इस्तेमाल हो सकता है AI रोबोट- स्टीव रफ
मंगल ग्रह का अध्ययन करने के लिए उत्सुक एरिजोना स्टेट यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ अर्थ एंड स्पेस एक्सप्लोरेशन में एसोसिएट रिसर्च प्रोफेसर स्टीव रफ मंगल ग्रह का अध्ययन करने के लिए उत्सुक हैं।
उनका मानना है कि AI का उपयोग मानवरहित रोवर संचालन और नेविगेशन के लिए हो सकता है।
उन्होंने डाटासेट को हल करने के लिए भी इसकी उपयोगिता को महत्वपूर्ण माना। उनका मानना है कि AI से लैस रोबोट नए अवलोकनों का विश्लेषण भी कर सकता है।
कैलिफोर्निया
AI को मानव बनाना सही नहीं- नथाली कैब्रोल
कैलिफोर्निया के माउंटेन व्यू में SETI संस्थान में कार्ल सागन सेंटर फॉर रिसर्च की निदेशक नथाली कैब्रोल ने कहा, "इंसान अपनी गलतियों से सीखते हैं और यह हमारे विकास का हिस्सा है।"
उन्होंने आगे कहा, "AI को हम मानव बनाने की अनुमति देकर अपने स्वयं के विकास के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। मैं AI को सिर्फ एक उपकरण के रूप में उपयोगी देखती हूं और इसे उसी तक सीमित रखूंगी।"
फ्लोरिडा
एमी विलियम्स के लिए इंसानों के साथ मिलाने वाला उपकरण है AI
फ्लोरिडा विश्वविद्यालय में भूवैज्ञानिक विज्ञान की सहायक प्रोफेसर एमी विलियम्स नासा से जुड़े एक रोवर मिशन में हिस्सा ले रही हैं, जिसमें रोबोटा मंगल ग्रह पर स्काउटिंग कर रहे हैं।
उन्होंने पहली बार ChatGPT के इस्तेमाल से जुड़े अपने अनुभव को बेहतर बताया।
उन्होंने कहा कि ChatGPT प्लस AI भविष्य में और बेहतर होगा। एमी भी इसे इंसानों की जगह लेने की बजाय इंसानों के साथ कदम मिलाने वाले उपकरण के रूप में देखती हैं।